गोरखपुर में पुलिस टीम पर मनबढ़ों का हमला, फायरिंग कर दारोगा ने बचाई जान
पुलिस के मुताबिक सुभाष व उनके समर्थक पुलिस के समझाने पर भी नहीं माने बल्कि उन्होंने पुलिस टीम पर ही हमला कर दिया। दारोगा अजय कुमार की पिस्टल छीनने लगे। किसी तरह उन्होंने मनबढ़ों से अपनी पिस्टल छुड़ाई और हवाई फायरिंग करके किसी तरह अपनी जान बचाई।
गोरखपुर, जेएनएन। बांसगांव थाना क्षेत्र के ग्राम बसौली खुर्द में विवाद सुलझाने गई पुलिस टीम पर मनबढ़ों ने हमला कर दिया। दारोगा से पिस्टल छीनने का भी प्रयास किया। बाद में दारोगा को फायरिंग करके अपनी जान बचानी पड़ी। मनबढ़ों के हमले में दारोगा को हल्की-फुल्की चोटें भी आ गई हैं। पुलिस दारोगा की तहरीर पर सुभाष बेलदार सहित 16 नामजद व 50 अज्ञात लोगों के विरुद्ध हत्या का प्रयास, बलवा, मारपीट सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
विवाद सुलझाने गई थी पुलिस
बसौली खुर्द में खूंटा गाडऩे को लेकर रामसंवारे व सुभाष बेलदार के बीच विवाद हो रहा था। बात बढऩे पर दोनों पक्षों में जमकर मारपीट होने लगी। बाद में सूचना पाकर मौके पर हल्का दारोगा अजय कुमार व पीआरवी की टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस के मुताबिक सुभाष व उनके समर्थक पुलिस के समझाने पर भी नहीं माने, बल्कि उन्होंने पुलिस टीम पर ही हमला कर दिया। दारोगा अजय कुमार की पिस्टल छीनने लगे। किसी तरह उन्होंने मनबढ़ों सेअपनी पिस्टल छुड़ाई और हवाई फायरिंग करके किसी तरह अपनी जान बचाई। बाद में सूचना पर मौके पर थाने से बड़े पैमाने पर फोर्स पहुंच गई। थाने से फोर्स आने की सूचना मिलते ही हमलावर मौके से भाग निकले। पुलिस ने ताबड़तोड़ दबिश देकर करीब एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है। दारोगा अजय कुमार की तहरीर पर बांसगांव थाना पुलिस ने हरिचंद बेलदार, सुभाष बेलदार, कन्हैया बेलदार, मिश्रीलाल बेलदार, महेंद्र बेलदार, श्यामप्यारी, इंद्रावती देवी, गीता देवी, शांति देवी, राजमंगल, दिलीप कुमार, विजय कुमार, शिवम, बांकेलाल, प्रतीक सहित 16 नामजद व 50 अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध धारा 147, 148, 149, 307, 353, 332, 336, 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने पीडि़त रामसांवर की तहरीर पर भी सात नामजद व 10 अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। एसपी साउथ एसके सिंह का कहना है कि खूंटा गाडऩे को लेकर गांव के दो पक्षों में विवाद चल रहा था। पुलिस के पहुंचने पर एक वर्ग के लोग पुलिस भी भिड़ गए, बल्कि उन्होंने अपने समर्थन में गांव से बड़ी संख्या में लोगों को बुला लिया। पुलिस कर्मियों से विवाद किया है। रामसांवर व उनके परिवार के लोगों को मारा पीटा है। सभी आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।