बस्ती में सर्विस लेन पर टोल टैक्स की वसूली बंद

- बस्ती के मड़वा नगर टोल प्लाजा के आसपास हो रही थी वसूली जिलाधिकारी के आदेश पर पुलिस ने की कार्रवाई सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में सर्विस लेन पर टोल टैक्स की वसूली का मामला उठा था। जिलाधिकारी ने तत्काल प्रभाव से सर्विस लेन पर वाहनों से टोल की वसूली बंद करने को कहा था।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 06:30 AM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 06:30 AM (IST)
बस्ती में सर्विस लेन पर टोल टैक्स की वसूली बंद
बस्ती में सर्विस लेन पर टोल टैक्स की वसूली बंद

बस्ती: मड़वा नगर टोल प्लाजा के आसपास सर्विस लेन पर टोल टैक्स की वसूली अब नहीं हो सकेगी। जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल के आदेश पर पुलिस ने बुधवार को टोल टैक्स की वसूली बंद करा दी।

मंगलवार को सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में सर्विस लेन पर टोल टैक्स की वसूली का मामला उठा था। जिलाधिकारी ने पुलिस को तत्काल प्रभाव से सर्विस लेन पर वाहनों से टोल की वसूली बंद करने का आदेश दिया था। बुधवार को कोतवाली पुलिस ने पटेल चौक और पुरानी बस्ती पुलिस ने पालीटेक्निक चौराहे के पास सर्विस लेन पर वसूली बंद कराई।

जिलाधिकारी ने बताया कि मड़वा नगर टोल प्लाजा की ओर से सर्विस लेन पर वाहनों से टोल की वसूली की जा रही थी, जिसे बंद करा दिया गया है।

डीएम ने नहीं मानीं टोलकर्मियों की दलील

सर्विस लेन पर वसूली बंद कराए जाने के बाद टोलकर्मी, जिलाधिकारी से मिलने पहुंचे। उन्होंने दलील दी कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से हुए अनुबंध के अनुसार सर्विस लेन पर वाहनों से टोल की वसूली की जा सकती है। वसूली बंद होने से फोरलेन से होकर गुजरने वाले वाहन टोल से बचने के लिए शहर से होकर जाएंगे। इससे शहर की यातायात व्यवस्था पर असर पड़ेगा। जिलाधिकारी ने उनकी दलील को अनुचित बताया और कहा कि सर्विस लेन पर किसी भी वाहन से टोल की वसूली नहीं की जाएगी। उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई होगी।

मानक के अनुरूप कार्य न होने पर डीएम नाराज

बस्ती: जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा की। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की समीक्षा में पाया कि मानकों के अनुरूप कार्य नहीं किया जा रहा है। इस पर उन्होंने नाराजगी जताई। डीएम जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि सभी सीएचओ को उनके हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर प्रतिदिन 20 ओपीडी, 20 ई-संजीवनी ओपीडी, 15 एनसीडी स्क्रीनिग, 50 सीबीएसी फार्म फीडिग कराना है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की समीक्षा के दौरान उन्होंने पाया कि प्रतिदिन रिपोर्ट का प्रतिशत, एनसीडी स्क्रीनिग, ई-संजीवनी ओपीडी, सीबीएसी फार्म फीडिग मानक के अनुसार नहीं की जा रही है। जिलाधिकारी ने कहा कि पूर्व से ही सीएचओ से अन्य कोई कार्य नहीं लिया जा रहा है, इसके बावजूद प्रगति खराब है। डीएम ने नाराजगी जताते हुए कहा कि पुन: एक सप्ताह बाद वेलनेस सेंटर की समीक्षा की जाएगी। उन्होंने सभी अधीक्षक,प्रभारी चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया है कि लक्ष्य का शत प्रतिशत पालन कराना सुनिश्चित करें। प्रभारी एसीएमओ डा. सीके वर्मा ने बताया कि जिले में कुल 105 सीएचओ तैनात हैं। इनकी तैनाती स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर की गई है।

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