पुलिस ने जारी की प्रधानाध्यापिका की हत्या करने वाले शूटरों की फोटो Gorakhpur News

सीओ गोरखनाथ ने फुटेज में दिख रहे शूटरों की फोटो सार्वजनिक कर आम जनमानस से पहचान करने में मदद मांगी। एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि हत्यारों के बारे में सूचना देने वाले को 25 हजार का इनाम मिलेगा। उसका नाम भी गोपनीय रखा जाएगा।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 05:37 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 05:37 PM (IST)
पुलिस ने जारी की प्रधानाध्यापिका की हत्या करने वाले शूटरों की फोटो Gorakhpur News
पुलिस की तरफ से जारी की गई शूटरों की फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। प्रधानाध्यापिका निवेदिता मेजर उर्फ डेविना की हत्या करने वाले शूटरों की पुलिस ने फोटो जारी की है। घटनास्थल के पास मिले सीसी कैमरे की फुटेज से बनवाई गई फोटो सोशल मीडिया पर भी शेयर की गई है। शूटरों के बारे में सूचना देने वाले को 25 हजार इनाम मिलेगा।

प्रधानाध्यापिका निवेदिता मेजर की हत्या हुए अब एक सप्ताह बीत गया है। एक सप्ताह में पुलिस न तो हत्या का खुलासा कर पाई और न ही हत्या की वजह ही बता पाई। जमीन विवाद, लूट और पैसे के लेन-देन के विवाद के साथ ही अन्य वजहों पर भी पुलिस की जांच जारी है लेकिन पुलिस किसी मामले में एक कदम आगे बढ़ रही है और यह लग रहा है कि अब मामला खुला जाएगा उसके अगले ही पल कुछ और जानकारी आने के बाद निराशा हाथ लग रही है।

हिरासत में लिए गए तिवारीपुर के युवक और उसके दोस्त से पूछताछ में कोई जानकारी न मिलने पर सोमवार को सीओ गोरखनाथ ने फुटेज में दिख रहे शूटरों की फोटो सार्वजनिक कर आम जनमानस से पहचान करने में मदद मांगी। अस्पताल में भर्ती निवेदिता की बेटी डेलसिया ने भी शूटरों की पहचान की है। एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि हत्यारों के बारे में सूचना देने वाले को 25 हजार का इनाम मिलेगा। उसका नाम भी गोपनीय रखा जाएगा। उन्‍होंने कहा कि जो भी शूटरों के बारे में जानकारी देगा, पुलिस उसकी पूरी हिफाजत करेगी। वह कहीं भी लाइट में नहीं आएगा।

तिवारीपुर के युवक को पुलिस ने हिरासत में लिया

प्रधानाध्यापिका निवेदिता मेजर उर्फ डेविना हत्याकांड में पुलिस ने तिवारीपुर के एक युवक को हिरासत में लिया है। उसके साथी की तलाश में क्राइम ब्रांच की टीम दबिश दे रही है। कॉल डिटेल की पड़ताल में उसकी भूमिका संदिग्ध मिली है। उसकी लोकेशन प्रदेश से बाहर मिलने पर एक टीम को तलाश में भेजा गया है। 20 सितंबर को हुई घटना के बाद पुलिस अब तक 50 से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है। प्रापर्टी, लेनदेन और संबंध को लेकर चल रहे विवाद की पड़ताल चल रही है। अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। हिरासत में लिए गए नामजद आरोपित ज्ञानू तिवारी उसकी पत्नी सरीली और भांजी मौली के घटना में शामिल होने के प्रमाण नहीं मिले हैं। एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच चल रही है। हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है। कुछ लोगों की तलाश चल रही है।

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