पुलिस करती रही निगरानी, यूपी से नेपाल भाग गए 35 बदमाश- रेड कार्नर नोटिस जारी कराने की तैयारी
पुलिस निगरानी करती रही और 35 बदमाश नेपाल भाग गए। विदेश भागने वाले बदमाशों में सर्वाधिक संख्या वाहन चोरों की है। कुल 20 वाहन चोर नेपाल में छिपे हुए हैं। गोरखपुर जिले में लूट करने वाले पांच व चोरी करने वाले छह बदमाश नेपाल में छिपे हुए हैं।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। हत्या, वाहन चोरी, फिरौती, लूट जैसे अपराधों के मामले में पुलिस अपराधियों के धरपकड़ में ही जुटी रही। इस दौरान 35 बदमाश नेपाल भाग गए। विदेश भागने वाले बदमाशों में सर्वाधिक संख्या वाहन चोरों की है। कुल 20 वाहन चोर नेपाल में छिपे हुए हैं। गोरखपुर जिले में लूट करने वाले पांच व चोरी करने वाले छह बदमाश नेपाल में छिपे हुए हैं।
गोरखपुर पुलिस इन बदमाशों पर शिकंजा कसने के लिए अब रेड कार्नर नोटिस जारी कराने की फिराक में है। ताकि इन्हें पकड़ा जा सके। पुलिस लूट, हत्या, वाहन चोरी, फिरौती जैसे अपराधों में शामिल बदमाशों के सत्यापन जुटी है। छानबीन के दौरान पता चला कि इन अपराधों में शामिल 35 बदमाश नेपाल में हैं। पुलिस अब इन बदमाशों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।
जानिए नेपाल में छिपे बदमाश
घटना- बदमाश
लूट- 5
डकैती- 0
हत्या- 1
फिरौती के लिए अपहरण 1
चोरी 6
वाहन चोरी 20
नकबजनी 2
जोन के चार इनामी बदमाश भी नेपाल
जोन के चार इनामी बदमाश भी नेपाल में शरण लिए हुए हैं। जोन पुलिस के मुताबिक इसमें सुमेरचंद लोध तो नेपाल के रूपनदेही जिले के मेड़रहवा का निवासी भी है। उसके अलावा बहराइच जिले के नानपारा कोतवाली निवासी धनौली का शमीम, थाना दरगाज शरीफ का पृथ्वीराज व बिहार के सीतामढ़ी जिले के बाजपट्टी थाने के बगहा रसूलपुर निवासी राजू अंसारी उर्फ आफताब के नेपाल में होने की सूचना है। पुलिस इन बदमाशों की पकड़ने के लिए रेड कार्नर नोटिस भेजने की तैयारी कर रही है।
जानिए क्या है रेड कार्नर नोटिस
रेड कार्नर नोटिस इंटरनेशनल क्रिमिनल पुलिस आर्गनाइजेशन (इंटरपोल) जारी करता है। इस नोटिस का तात्पर्य ऐसे व्यक्ति को ढूंढने और उसे अस्थायी रूप से गिरफ्तार करने का अनुरोध है, जो किसी आपराधिक मामले में वांक्षित है।
नेपाल में छिपे जोन के बदमाशों को पकड़ने के लिए रेड कार्नर नोटिस जारी करने की तैयारी की जा रही है। इससे नेपाल में छिपे बदमाश पकड़े जा सकेंगे। उन बदमाशों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा सकेगा। - अखिल कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक।