बीआरडी में शुरू होगी प्लाज्मा थेरेपी, कोरोना मरीजों को मिलेगी राहत Gorakhpur News
प्राचार्य डा. गणेश कुमार का कहना है कि प्लाज्मा थेरेपी के लिए एफेरेसिस मशीन का प्रस्ताव भेजा गया है। शीघ्र ही मशीन मिलने की उम्मीद है।
गोरखपुर, जेएनएन। संजय गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसजीपीजीआइ) व किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के बाद अब बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में भी प्लाजा थेरेपी शुरू होगी। इस सुविधा से युक्त पूर्वांचल का यह पहला चिकित्सा संस्थान होगा। इससे कोरोना के गंभीर मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। ठीक हो चुके मरीजों का प्लाज्मा चढ़ाकर उन्हें बीमारी से मुक्त किया जाएगा। कोरोना से ठीक हुए लोगों में एंटीबाॅडी विकसित हो जाती है, इसलिए उनका प्लाज्मा मरीजों के लिए वरदान साबित होगा।
शासन को भेजा गया प्रस्ताव
बीआरडी प्रशासन ने एफेरेसिस मशीन का प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। अगस्त के अंतिम सप्ताह में मशीन मिलने की उम्मीद है। इसके बाद प्लाज्मा थेरेपी शुरू हो जाएगी। इससे किडनी, कैंसर, हार्ट व शुगर के कोरोना संक्रमितों की जान आसानी से बचाई जा सकेगी। हालांकि प्लाज्मा चढ़ाने के पूर्व मरीज के स्वजन की अनुमित जरूरी होगी।
कोरोना से ठीक हो चुके लोगों से प्लाज्मा दान करने की अपील की जाएगी।
इन मरीजों को चढ़ाया जाएगा प्लाज्मा
प्लाज्मा थेरेपी का उपयोग कोरोना के उन गंभीर मरीजों पर किया जाएगा, जिनकी जान को खतरा हो। संक्रमित मरीज का रेस्परेटरी रेट प्रति मिनट 30 से ज्यादा हो। ब्लड में ऑक्सीजन की मात्रा 93 फीसद से कम हो। एक्स-रे में फेफड़े में धब्बे 48 घंटे में 50 फीसद बढ़े हों। रेस्परेटरी फेल्योर, सेप्टिक शॉक, मल्टी ऑर्गन फेल्योर मरीजों को प्लाज्मा चढ़ाया जाएगा।
शीघ्र ही मशीन मिलने की उम्मीद
इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा. गणेश कुमार का कहना है कि प्लाज्मा थेरेपी के लिए एफेरेसिस मशीन का प्रस्ताव भेजा गया है। शीघ्र ही मशीन मिलने की उम्मीद है। इसके बाद थेरेपी शुरू कर दी जाएगी। इससे कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों को बहुत फायदा होगा।