UP Panchayat Election 2021: पंचायत चुनाव में न होने पाए हिंसा, यह है प्रशासन का फुल प्रूफ प्लान
विजयेंद्र पाण्डियन ने पंचायत चुनाव में गांवों में विवाद की आशंका को देखते हुए सभी एसडीएम सीओ थानाध्यक्षों लेखपालों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। पुरानी रंजिश के मामलों पर नजर रखी जाएगी और भूमि विवाद से जुड़े मामलों पर विशेष नजर रखी जाएगी।
गोरखपुर, जेएनएन। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के प्रबंध करना शुरू कर दिया है। जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन ने गांवों में विवाद की आशंका को देखते हुए सभी एसडीएम, सीओ, थानाध्यक्षों, लेखपालों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। पुरानी रंजिश के मामलों पर नजर रखी जाएगी और भूमि विवाद से जुड़े मामलों पर विशेष नजर रखी जाएगी। 15 दिन में विशेष अभियान चलाकर भूमि विवाद से जुड़े मामलों को निस्तारित भी कराया जाएगा।
पुरानी रंजिश का लगाएंगे पता, भूमि विवाद से जुड़े मामलों की होगी विशेष निगरानी
पंचायत चुनाव को देखते हुए गांवों में पुरानी रंजिश एवं भूमि विवाद से जुड़े प्रकरणों में छोटी-छोटी घटनाएं बड़ा रूप ले लेती हैं, इसे देखते हुए प्रशासन इस बार समय से सतर्क हो जाना चाहता है। अधिकारी हर कार्य दिवस पर कार्यालय में सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक अनिवार्य रूप से बैठकर समस्याएं सुनेंगे। भूमि विवाद से जुड़े मामलों में टीम बनाकर उनका समय से निस्तारण कराया जाएगा। यदि समस्या नियम के अनुसार निस्तारित होने लायक होगी तो शिकायतकर्ता को स्पष्ट रूप से लिखित सूचना देनी होगी। थानाध्यक्ष एवं हल कांस्टेबल तथा लेखपाल से पुरानी रंजिश के बारे में फीडबैक लिया जाएगा और उसका समाधान किया जाएगा।
लेखपाल देंगे भूमि विवाद रहित ग्राम का प्रमाण पत्र
भूमि विवाद से जुड़े मामलों का निस्तारण कराने के बाद संबंधित क्षेत्र के लेखपाल से भूमि विवाद रहित गांव होने का प्रमाण पत्र लिया जाएगा। इसके बाद भी कोई विवाद होता को उसकी सूची बनाकर उसका निस्तारण करना होगा। समस्या यदि गंभीर होगी तो संबंधित एसडीएम, सीओ व थानाध्यक्ष को मोके पर संयुक्त रूप से जाना होगा।
स्थानीय बाजार से जुटायी जाएगी गोपनीय सूचना
जिलाधिकारी ने स्थानीय बाजार एवं सार्वजनिक स्थलों पर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर वहां की गोपनीय सूचना जुटाने का निर्देश दिया है। सूचना मिलने के बाद जरूरी कार्यवाही भी की जाएगी। फील्ड स्टाफ को अनिवार्य रूप से भ्रमण करना होगा। उनके फील्ड में जाने की जांच भी होगी। अवैध शराब एवं शराब की दुकानों की निरंतर जांच करनी होगी।
एसडीएम व तहसीलदार को सुनना होगा वायरलेस सेट
सभी एसडीएम एवं तहसीलदार को वायरलेस सेट सुनना होगा। उनका मोबाइल भी हमेशा क्रियाशील रखना होगा। मोबाइल पर आने वाली आम लोगों की शिकायतों को सुनकर त्वरित निस्तारण करने का भी निर्देश दिया गया है। भूमि विवाद से जुड़े मामलों में अधिकतर शिकायतें अवकाश के दिन होती हैं इसलिए अवकाश के दिन भी शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही की जाए। एसडीएम एवं तहसीलदार को नियमित रूप से न्यायालय में सुनवाई कर मामलों का निस्तारण करना होगा। आइजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों का निस्तारण भी करना होगा। हाईकोर्ट एवं सुप्रीमकोर्ट से जुड़े मामलों पर जल्द से जल्द कार्यवाही की जाए।
अधिक होंगी शिकायतें तो तय होगी जिम्मेदारी
जिलाधिकारी ने कहा कि शस्त्र जमा कराने की कार्यवाही भी जल्द पूरी की जाए। जिस थाना एवं तहसील में लंबित शिकायतें अधिक होंगी, वहां संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्यवाही की जाएगी।
पंचायत चुनाव में विवाद की आशंका बनी रहती है। शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए सभी एसडीएम, सीओ, तहसीलदार एवं थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है। पुरानी रंजिश एवं भूमि विवाद से जुड़े मामलों को जल्द से जल्द निस्तारित करने को कहा गया है। - के. विजयेंद्र पाण्डियन, जिलाधिकारी।