हेलो, मेरे दादा बीमार हैं, ऑक्‍सीजन लेबल 77-79 हो गया है अस्‍पताल में जगह दिला दीजिए...बेड नहीं है इंतजार कीजिए

गोरखपुर में कंट्रोल रूम से किसी को नहीं मिल पा रही मदद फोन करने पर विवरण लेकर इंतजार करने की दी जा रही सलाह कोरोना संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती कराने के मदद के लिए बनाया गया कोविड कंट्रोल रूम सिर्फ दिलासा दे रहा है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 08:53 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 04:45 PM (IST)
हेलो, मेरे दादा बीमार हैं, ऑक्‍सीजन लेबल 77-79 हो गया है अस्‍पताल में जगह दिला दीजिए...बेड नहीं है इंतजार कीजिए
गोरखपुर में कोविड हेल्‍प सेंटर कोरोना मरीजों की मदद नहीं कर पा रहे हैं। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। 

गुहार एक

समय : शाम 5:38 बजे

कोविड कंट्रोल रूम

नंबर - 0551-2202205

स्वजन ने कंट्रोल रूम के नंबर पर फोन किया, हेलो, मेरे दादा बीमार हैं, कहीं भर्ती करवा दीजिए, हम कहां लेकर जाएं। कंट्रोल रूम में बैठे कर्मचारी ने कहा आप खुद देख लीजिए, कहीं बेड तो है नहीं, प्राइवेट हास्पिटल में यदि हो जाए तो....। स्वजन ने पूछा, प्राइवेट में कहां लेकर जाएं। कर्मचारी बोला, प्राइवेट में कई हैं देख लीजिए। स्वजन ने पूछा, वहां बेड खाली मिल जाएगा। कर्मचारी बोला, नहीं कोई निश्चित नहीं है, प्रयास करके देख लीजिए। हमारे पास कोई अपडेट नहीं है, सब बेड फुल हैं, प्राइवेट वाले बताते भी तो नहीं हैं न सही।

गुहार दो

समय : 5:43 बजे

कोविड कंट्रोल रूम

नंबर - 9532041882

स्वजन कर्मचारी से, भइया पेशेंट भर्ती कराना था। कर्मचारी ने पूछा, कहां से बोल रहे हैं। स्वजन बोले, रामगढ़ताल से बोल रहे हैं। कर्मचारी ने पूछा, क्या हुआ है मरीज को, पाजिटिव हैं। स्वजन बोले, हां, सांस लेने में दिक्कत हो रही है। कर्मचारी ने कहा, चलिए नाम बताइए। स्वजन ने नाम बताकर पूछा, कहां लेकर जाना होगा। कर्मचारी बोला, अभी तो कहीं जगह खाली नहीं है। नंबर नोट करा दीजिए, कहीं जगह होगी तो आपको सूचित किया जाएगा। यह बताने पर कि आक्सीजन का स्तर 77-79 हो गया है, कर्मचारी बोला कि 92 से ऊपर वालों को ले रहे हैं सब, हर हास्पिटल में वेंटिलेटर की सुविधा तो है नहीं। जब वैसा हास्पिटल कहीं खाली रहेगा तभी भर्ती हो पाएंगे, इंतजार कीजिए।

कंट्रोल रूम से किसी को नहीं मिल पा रही मदद, फोन करने पर विवरण लेकर इंतजार करने की दी जा रही सलाह

कोरोना संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती कराने के मदद के लिए बनाया गया कोविड कंट्रोल रूम सिर्फ दिलासा दे रहा है। स्वजन भर्ती कराने के लिए फोन कर रहे हैं तो कंट्रोल रूम के कर्मचारी कहीं भी बेड खाली न होने का हवाला देकर इंतजार करने को कह रहे हैं। जारी किए गए चार नंबर में से एक-दो पर स्वजन का मोबाइल नंबर दर्ज कर बाद में जानकारी देने को कहा जा रहा, बाकी नंबरों पर सांत्वना भी नहीं मिल पा रही है।

मजबूरी में घर लेकर जा रहे

कोरोना संक्रमण के बाद जिन मरीजों में आक्सीजन का स्तर 92 से नीचे आ रहा है उनको भर्ती कराने की जरूरत पड़ रही है। ऐसे मरीजों के स्वजन जब कंट्रोल रूम में फोन कर रहे हैं तो उन्हें मदद नहीं मिल पा रही है। ऐसे में वह मरीज को घर लेकर जा रहे हैं। रविवार को गोला बाजार की महिला को किसी अस्पताल में जगह नहीं मिली तो स्वजन घर लेकर चले गए। कुछ घंटों के भीतर ही उनकी मौत हो गई।

कोरोना संक्रमितों को उपलब्धता के आधार पर बेड दिलाया जा रहा है। सरकारी और ज्यादातर निजी अस्पतालों में बेड फुल हो गए हैं। अस्पतालों को जोड़ते हुए बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है। - डा. सुधाकर पांडेय, सीएमओ।

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