इस जेल की पीसीओ हुई हाईटेक, बिना फ‍िंगर के बात नहीं कर सकेंगे कैदी Gorakhpur News

देवरिया जिला कारागार की व्यवस्था अब अत्याधुनिक होती जा रही है। जिला कारागार में मौजूद जेल पीसीओ से बंदी अब बिना फ‍िंगर के बात नहीं कर सकेंगे। संबंधित सिस्टम में आधार कार्ड नंबर डाउनलोड किया जा रहा है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 01:45 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 01:45 PM (IST)
इस जेल की पीसीओ हुई हाईटेक, बिना फ‍िंगर के बात नहीं कर सकेंगे कैदी   Gorakhpur News
देवरिया जिला कारागार में व्‍यवस्‍था हुई अत्‍याधुनिक। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन : देवरिया जिला कारागार की व्यवस्था अब अत्याधुनिक होती जा रही है। जिला कारागार में मौजूद जेल पीसीओ से बंदी अब बिना फ‍िंगर के बात नहीं कर सकेंगे। संबंधित सिस्टम में आधार कार्ड नंबर डाउनलोड किया जा रहा है।

जिला कारागार में हैं 1700 बंदी 

जिला कारागार में लगभग 1700 बंदी बंद है। कोरोना संक्रमण काल के चलते मार्च 2020 से ही बंदियों की मुलाकात पर पाबंदी है। हाल ही में जेल पीसीओ की शुरूआत की गई है। इससे बंदी अपने स्वजन से टेलीफोन के जरिये बातचीत सप्ताह में पांच दिन कर सकते हैं। पहले केवल नंबर देने की जरुरत होती थी और बंदी अपने लोगों से बातचीत कर लेते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है।

जेल में लगा नया सिस्‍टम अत्‍याधुनिक

जेल में लगा नया सिस्टम काफी अत्याधुनिक है। बिना फ‍िंगर के बंदी अपने लोगों से बातचीत नहीं कर सकते। उनके आधार कार्ड को भी उसमें डाउन लोड किया गया है। बातचीत भी उसमें रिकार्ड हो रही है। जिससे बंदी के बातचीत को भी जेल प्रशासन सुन सकता है। जेल अधीक्षक केपी त्रिपाठी ने कहा कि सिस्टम में बदलाव हुआ है। अब बिना अंगूठा लगाए कोई भी बंदी टेलीफोन से बातचीत नहीं कर सकता।

सादगी के साथ होगी पासिंग आउट परेड

पुलिस लाइन के प्रेक्षागृह में प्रशिक्षण ले रहे रिक्रूटों का पुलिस अधीक्षक डा.श्रीपति मिश्र ने परीक्षा लिया। पुलिस अधीक्षक के सवालों का रिक्रूटों ने बहुत सलीके से जवाब दिया। परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले रिक्रूटों की 28 मई को पुलिस लाइन में सादगी के साथ पासिंग आउट परेड आयोजित की जाएगी। पुलिस लाइन में 94 रिक्रूट परीक्षण ले रहे थे, प्रशिक्षण पूरा करने के बाद अब उनकी परीक्षा शुरू हो गई है। लिखित परीक्षा पूरा होने के बाद अब मौखिक परीक्षा चल रही है। पुलिस अधीक्षक ने मौखिक परीक्षा ली। उनके सवालों से परेशान तो रिक्रूट हुए, लेकिन बहुत सलीके से जवाब भी दिया।

chat bot
आपका साथी