होम आइसोलेशन वाले मरीजों को यहां मिलेगा आक्सीजन, प्रशासन ने तय किया स्‍थान

गोरखपुर में गीडा स्थित मोदी केमिकल्स के दोनों प्लांटों आरके आक्सीजन के प्लांट एवं कचहरी क्लब में ऑक्‍सीजन सिलेंडर भरने की व्‍यवस्‍था की गई है। यहां होम आइसोलेटेट मरीजों को ऑक्‍सीजन दिया जाएगा। गीडा स्थित तीनों प्लांटों से पहले ही आक्सीजन मिल रही है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 03:05 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 03:05 PM (IST)
होम आइसोलेशन वाले मरीजों को यहां मिलेगा आक्सीजन, प्रशासन ने तय किया स्‍थान
गोरखपुर में होम आइसोलेट मरीजों को ऑक्‍सीजन उपलब्‍ध कराने की व्‍यवस्‍था कर ली गई है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। होम आइसोलेशन में रहकर कोविड से लड़ाई लड़ रहे मरीजों को आक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए शासन की ओर से व्यवस्था की गई है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी की ओर से प्रदेश के विभिन्न जिलों में ऐसे केंद्रों की सूची जारी की गई है, जहां से होम आइसोलेशन के मरीजों के लिए आक्सीजन प्राप्त की जा सकती है। गोरखपुर जिले में गीडा स्थित मोदी केमिकल्स के दोनों प्लांटों, आरके आक्सीजन के प्लांट एवं कचहरी क्लब को केंद्र के रूप में शामिल किया गया है। गीडा स्थित तीनों प्लांटों से पहले ही आक्सीजन मिल रही है। अब कचहरी क्लब से भी होम आइसोलेशन के लिए आक्सीजन मिल सकेगी।

गीडा स्थित आक्सीजन प्लांटों की नाम भी सूची में शामिल

जिले में इस समय करीब 3400 आक्सीजन सिलेंडर की जरूरत प्रतिदिन है। इसके सापेक्ष उत्पादन 4200 से 4500 सिलेंडर प्रतिदिन का है। एक और प्लांट जल्द ही शुरू होने वाला है, उसके बाद उत्पादन छह हजार सिलेंडर प्रतिदिन तक पहुंच जाएगा। आक्सीजन सिलेंडर का उत्पादन बढ़ने के कारण ही गीडा में प्लांटों पर लगने वाली भीड़ भी काफी हद तक कम हो गई है। अब वहां इक्का-दुक्का लोग पहुंच रहे हैं और तुरंत सिलेंडर रिफिल कराकर वापस चले जा रहे हैं।

कुछ दिन पहले तक लगती थीह लंबी लाइन

कुछ दिन पहले तक आक्सीजन भराने के लिए लंबी लाइन लगानी पड़ती थी। प्लांटों पर पहुंचने वाले लोगों को करीब तीन से चार घंटे तक लाइन में लगने के बाद सिलेंडर मिल पाता था। धीरे-धीरे स्थिति सामान्य होने से लोगों ने राहत की सांस ली है। कचहरी क्लब से भी सुविधा शुरू हो जाने से और आसानी होगी। शहर क्षेत्र के लोगों को गीडा तक जाने से राहत मिल जाएगी और शहर में ही आक्सीजन उपलब्ध हो जाएगा। हर केंद्र पर अलग-अलग अधिकारियों को तैनात किया गया है।

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