हर घंटे इमरजेंसी में पहुंच रहे सांस में दिक्कत के मरीज

उसका बाजार ब्लाक के झाझापार गांव निवासी रामविलास चौबे को सांस लेने की परेशानी है। एक दिन पहले स्वजन ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। मरीज के बेड पर ही स्वजन चाय पीने से लेकर भोजन करते रहे। लेकिन किसी स्वास्थ्यकर्मी ने इन्हें कोविड-19 के नियमों के संबंध में जागरूक करने की जहमत नहीं उठाई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 10:25 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 10:25 PM (IST)
हर घंटे इमरजेंसी में पहुंच रहे सांस में दिक्कत के मरीज
हर घंटे इमरजेंसी में पहुंच रहे सांस में दिक्कत के मरीज

सिद्धार्थनगर: जिला अस्पताल के इमरजेंसी में सभी पचास बेड भरे हैं। फिर भी हर घंटे पर यहां सांस से दिक्कत वाले एक मरीज जरूर पहुंच रहे हैं। इन्हें आक्सीजन भी लगाया जा रहा है। बुधवार को छह लोगों की टेस्ट पाजिटिव आने के बाद उन्हें एमसीएच विग भेजा गया। चार मरीज बीआरडी मेडिकल कालेज रेफर किए गए हैं। यह हाल रोज का है।

जिला अस्पताल में हर घंटे औसत एक मरीज ऐसे पहुंच रहे हैं, जिन्हें सांस लेने में परेशानी की शिकायत है। एक दिन के भीतर ऐसे 25 मरीज पहुंचे हैं। इन्हें आक्सीजन दी जा रही है। लेकिन कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं हो रहा है। मरीजों की कोविड जांच भी नहीं हो रही है। नियमों का पालन भी नहीं कराया जा रहा है। मरीज के बेड पर उनके तीमारदार बैठे रहते हैं। इसी बेड पर भोजन से लेकर चाय तक परोसी जा रही है। अव्यवस्था इस कदर है कि कई बार बुलाने पर स्वास्थ्य कर्मी पहुंच रहे हैं। इमरजेंसी वार्ड के 50 बेड पर भर्ती हैं मरीज

इमरजेंसी वार्ड में 50 बेड लगे हैं। सभी पर मरीज भर्ती हैं। 39 बेड पर मरीज को सिलेंडर के सहारे आक्सीजन दिया जा रहा है। 11 बेड पर हवा से आक्सीजन बनाने वाली मशीन ( आक्सीजन कांसटेटर) लगाया है। इमरजेंसी वार्ड में एक चिकित्सक, दो फार्मासिस्ट व चार वार्ड ब्वाय की शिफ्टवार ड्यूटी लगाई जा रही है। आवश्यकता पड़ने पर विशेषज्ञ चिकित्सक को काल किया जाता है। केस एक

नौगढ़ तहसील क्षेत्र के सिसवा बुजुर्ग गांव निवासी 50 वर्षीय मंजू देवी को सांस लेने में परेशानी की शिकायत है। मंगलवार दिन में इनके पुत्र सुनील ने इमरजेंसी वार्ड में दाखिला कराया। चिकित्सकों ने गलियारा में पड़े बेड पर भर्ती कर आक्सीजन देना शुरू कर दिया। रात को परेशानी बढ़ गई, कई बार बुलाने के बाद वार्ड ब्वाय बेड पर आया। केस दो

बांसी तहसील के असगरा माफी गांव निवासी उमेश पांडेय को दो दिनों से सांस लेने में परेशानी है। स्वजन ने संबंधित पीएचसी पर दिखाया। वहां से चिकित्सकों ने बुधवार सुबह जिला अस्पताल रेफर कर दिया। यहां आक्सीजन तो मिल गया लेकिन सुनवाई करने वाला कोई नहीं है। कई बार बुलाने पर कर्मचारी बेड पर आते हैं। केस तीन

उसका बाजार ब्लाक के झाझापार गांव निवासी रामविलास चौबे को सांस लेने की परेशानी है। एक दिन पहले स्वजन ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। मरीज के बेड पर ही स्वजन चाय पीने से लेकर भोजन करते रहे। लेकिन किसी स्वास्थ्यकर्मी ने इन्हें कोविड-19 के नियमों के संबंध में जागरूक करने की जहमत नहीं उठाई।

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