महराजगंज में एंबुलेंस चालकों की हड़ताल से हलकान रहे मरीज
जिलाध्यक्ष अभिषेक चौधरी ने कहा कि एएलएस एंबुलेंस सेवा में लगभग एक हजार कर्मचारी जो कि विगत कई वर्षों से कार्यरत है एवं उत्तर प्रदेश के मूल निवासी है। लेकिन शासन द्वारा एएलएस सेवा संचालन के लिए नए सेवा प्रदाता का चयन करते समय इन एक हजार कर्मचारियों के रोजगार का ध्यान नहीं रखा गया।
महराजगंज: जीवनदायनी स्वास्थ्य विभाग 108, 102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ के बैनर तले छह सूत्रीय मांगों को लेकर एंबुलेंस चालक सोमवार को हड़ताल पर रहे। इस दौरान एंबुलेंस चालकों ने अपने एंबुलेंस को जवाहर लाल नेहरू पोस्ट ग्रेजुएट कालेज परिसर में खड़ी कर धरना दिया। शासन-प्रशासन के विरोध में नारेबाजी की। इनकी हड़ताल से मरीजों को काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। मरीज एंबुलेंस से न पहुंचकर आटो व अन्य साधनों से अस्पताल पहुंचे। ग्रामीण क्षेत्रों में तों मरीजों को अधिक दुश्वारियां झेलनी पड़ी है।
जिलाध्यक्ष अभिषेक चौधरी ने कहा कि एएलएस एंबुलेंस सेवा में लगभग एक हजार कर्मचारी जो कि विगत कई वर्षों से कार्यरत है एवं उत्तर प्रदेश के मूल निवासी है। लेकिन शासन द्वारा एएलएस सेवा संचालन के लिए नए सेवा प्रदाता का चयन करते समय इन एक हजार कर्मचारियों के रोजगार का ध्यान नहीं रखा गया। जबकि मीटिंग के दौरान ही इस बिदु पर जीवीके ईएमआरआइ संस्था के प्रतिनिधि द्वारा आपत्ति भी दर्ज कराई गई थी। लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारियों को राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन, (एनआरएचएम) से जोड़कर रोजगार उपलब्ध कराया जाए। इस दौरान राजन कुमार पांडेय, बृजेश यादव, विमलेश, अनिल शर्मा, दीपक जायसवाल, दिलीप कुमार, अनरदीप चौधरी, विनय कुमार, सुनील कुमार, राजेश यादव, त्रिभुवन, विवेक चौधरी, सुरीम, बृजेश वर्मा, अशोक कुमार गिरी, आनंद कुमार, श्रीचंद, जवाहर प्रसाद, विनोद चौधरी, दिलीप शर्मा, रामकृपाल आदि उपस्थित रहे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एके श्रीवास्तव ने बताया कि एंबुलेंस चालकों से वार्ता चल रही है। उन्हें समझाकर काम पर वापस लौटने के लिए प्रयास किया जा रहा है। सड़क दुर्घटना व इमरजेंसी मरीजों के लिए जिले के चार प्वाइंट पर एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है। जिला मुख्यालय, श्यामेदउरवा, नौतनवा व लक्ष्मीपुर में एक-एक एंबुलेंस उपलब्ध है। लक्ष्मीपुर में एक दुर्घटना की सूचना पर एंबुलेंस ने एक मरीज को जिला अस्पताल भी लाया है।