महराजगंज में जिला अस्पताल के चिकित्सकों की खींचतान में मरीज हलकान

जिला अस्पताल के एक चिकित्सक ने बीते 14 अक्टूबर को इमरजेंसी वार्ड में मरीज को भर्ती किया और दवा दी। इसके बाद शाम को दूसरे डाक्टर काल डे पर पहुंचे तो उन्होंने भी मरीज को देखा और दवा लिखी। लेकिन उसी रात राउंड पर आए पहले चिकित्सक ने दूसरे चिकित्सक द्वारा बीएचटी (बेड हेड टिकट) पर लिखी दवा को काट दी गई। हालांकि इसकी जानकारी 14 को रात में ही मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को हो गई थी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 08:31 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 08:31 PM (IST)
महराजगंज में जिला अस्पताल के चिकित्सकों की खींचतान में मरीज हलकान
महराजगंज में जिला अस्पताल के चिकित्सकों की खींचतान में मरीज हलकान

महराजगंज: यूं तो जिला अस्पताल पहले से ही दु‌र्व्यवस्था के कारण सुर्खियों में रहा है, लेकिन अब यह राजनीति का अखाड़ा भी बनता जा रहा है। यहां चिकित्सकों के बीच चल रही अंतर्कलह खुलकर सामने आने लगी है। इनकी खींचतान का खामियाजा अब मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। मरीज इलाज को लेकर हलकान है, लेकिन अस्पताल प्रशासन व्यवस्था सुदृढ़ करने की बजाय लीपापोती में जुटा है।

जिला अस्पताल के एक चिकित्सक ने बीते 14 अक्टूबर को इमरजेंसी वार्ड में मरीज को भर्ती किया और दवा दी। इसके बाद शाम को दूसरे डाक्टर काल डे पर पहुंचे, तो उन्होंने भी मरीज को देखा और दवा लिखी। लेकिन उसी रात राउंड पर आए पहले चिकित्सक ने दूसरे चिकित्सक द्वारा बीएचटी (बेड हेड टिकट) पर लिखी दवा को काट दी गई। हालांकि इसकी जानकारी 14 को रात में ही मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को हो गई थी। बावजूद बीएचडी पर दवा लिखने और दूसरे चिकित्सक द्वारा काटने का क्रम लगातार चलता रहा। चिकित्सकों की इस कार्रवाई से मरीज हैरान रहें, कि वह किसकी दवा खाएं और किस चिकित्सक पर भरोसा करें। चिकित्सकों की इस रस्साकशी से जहां काम प्रभावित हो रहा है, वहीं मरीज भी हलकान हैं। मरीजों को मोहरा बना रहे चिकित्सक

जिला अस्पताल में मरीज की बीएचटी पर लिखी दवा काटने का जब मामला तूल पकड़ने लगा, तो चिकित्सक मरीजों को मोहरा बनाने लगे। वह उनसे लिखवाकर और वीडियो बनाकर अपने पास सुरक्षित करने लगे कि वह अमुक चिकित्सक से ही इलाज कराना चाहते हैं। बीएचटी पर काटछांट करने पर यह है कार्रवाई का प्रावधान

सिविल कोर्ट बार एसोसिएशन के वरिष्ठ अधिवक्ता चंद्रप्रकाश पटेल ने बताया कि बीएचटी पर काटछांट करने पर कार्रवाई का प्रावधान है। इसके लिए दोषी के विरुद्ध विश्वासघात और सरकारी अभिलेख से छेड़छाड़ करने की कार्रवाई की जा सकती है। क्योंकि मरीज एक भरोसे के साथ चिकित्सक के पास पहुंचता है और चिकित्सक उसके बीएचटी पर काटछांट करता है तो विश्वास टूटता है। ''मरीज की बीएचटी पर लिखी दवा काटने की शिकायत मिली है। इसकी जांच की जा रही है। दोनों चिकित्सकों को चेतावनी दी गई है। भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति होगी, तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

डा. एके राय, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक

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