UP Panchayat Election 2021: गोरखपुर में एक साथ होगा पंचायत चुनाव, हर बूथ पर चार की जगह तैनात होंगे तीन कर्मी
UP Panchayat Election 2021 इस बार पूरे जिले में एक साथ ही त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराए जाएंगे। हालांकि मंडल के जिलों में अलग-अलग चरणों में चुनाव हो सकते हैं। अब तक ब्लाकवार तीन से चार चरणों में यह चुनाव कराया जाता था।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। इस बार पूरे जिले में एक साथ ही त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराए जाएंगे। हालांकि मंडल के जिलों में अलग-अलग चरणों में चुनाव हो सकते हैं। अब तक ब्लाकवार तीन से चार चरणों में यह चुनाव कराया जाता था। कर्मचारियों की कमी को देखते हुए हर बूथ पर चार की जगह इस बार तीन कर्मी ही तैनात किए जाएंगे। साथ ही संविदा कर्मियों को भी चुनाव ड्यूटी में लगाया जाएगा।
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए की तैयारियों की समीक्षा
राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की। गोरखपुर, वाराणसी एवं देवीपाटन मंडलों की समीक्षा के दौरान गोरखपुर से मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर, जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन, मुख्य विकास अधिकारी इंद्रजीत सिंह व अन्य अधिकारी शामिल रहे। बैठक में बताया गया कि गोरखपुर जिले में तैयारियां पूरी हैं। यहां 30 लाख मतदाताओं के लिए 4657 बूथ बनाए गए है। बूथ पर चतुर्थ श्रेणी के दो कर्मचारी तैनात होते थे, उनमें से अब एक की ही ड्यूटी लगायी जाएगी। इसी प्रकार अब संविदा सफाई कर्मी, शिक्षा मित्र की भी ड्यूटी लगायी जाएगी। जिले में करीब 1200 भारी वाहनों की जरूरत होगी। वाहनों की जरूरत भी इस जिले में पूरी हो जाएगी।
एक बैलेट बाक्स में पड़ेंगे वोट
इस बार ग्राम पंचायत प्रधान, सदस्य, बीडीसी सदस्य एवं जिला पंचायत सदस्य पदों के लिए एक ही बैलेट बाक्स में वोट डाले जाएंगे। अब तक अलग-अलग बैलेट बाक्स में वोट डाले जाते रहे हैं। एक बाक्स भरने के बाद दूसरे का उपयोग किया जाएगा। बैलेट बाक्स की कम संख्या को देखते हुए ऐसा किया जा रहा है। हालांकि गोरखपुर में जरूरत से अधिक बैलेट बाक्स है।
दूसरे जिलों को करनी होगी मदद
इस चुनाव में गोरखपुर अपनी जरूरतें पूरी करने के साथ ही महराजगंज एवं कुशीनगर की मदद भी करेगा। बैठक में यह बात सामने आयी कि महराजगंज में जरूरत की तुलना में करीब एक हजार बैलेट बाक्स कम हैं। इसके साथ ही इन जिलों में जरूरत पड़ने पर गोरखपुर के कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगायी जा सकती है। वाहनों के मामले में भी सहयोग किया जा सकता है।