प्रशासन पर भारी पड़ा गोरखपुर का माफिया सुधीर सिंह, पत्नी का पर्चा खारिज होने के चलते निरस्त हुआ मतदान

त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य चुनाव के दौरान गोरखपुर के माफ‍िया सुधीर सिंह ने वार्ड संख्या 52 जबकि उसकी पत्नी अंजू ने वार्ड संख्या 45 से नामांकन किया था। पूरी संभावना थी कि इस बार भी सुधीर ब्लाक प्रमुख की दावेदारी करेगा लेकिन दोनों का पर्चा जांच में खारिज कर दिया गया।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 10 Jun 2021 02:40 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 07:53 AM (IST)
प्रशासन पर भारी पड़ा गोरखपुर का माफिया सुधीर सिंह, पत्नी का पर्चा खारिज होने के चलते निरस्त हुआ मतदान
गोरखपुर का माफ‍िया और पूर्व ब्‍लाक प्रमुख सुधीर स‍िंंह। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जेएनएन। ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य एवं क्षेत्र पंचायत सदस्य के रिक्त पदों पर उपचुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया संपन्न हो चुकी है और 12 जून को मतदान होगा। पर, इसी बीच पिपरौली ब्लाक के क्षेत्र पंचायत वार्ड नंबर 52 का मतदान निरस्त कर दिया गया है। आश्चर्य यह कि इसकी शिकायत किसकी तरफ से की गई थी इसकाी जानकारी तक प्रशासन को नहीं है।

यह निर्णय राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी पंचायत के. विजयेंद्र पाण्डियन ने लिया है। माफिया सुधीर स‍िंह की पत्नी अंजू देवी का नामांकन पत्र मनमाने तरीके से नियमों के विरुद्ध जाते हुए निरस्त कर देने के कारण यह निर्णय लिया गया है।

पिपरौली का ब्‍लाक प्रमुख रहा है सुधीर सिंह

माफिया सुधीर सिंह पिपरौली ब्लाक का निवर्तमान ब्लाक प्रमुख है। त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य चुनाव के दौरान सुधीर ने वार्ड संख्या 52 जबकि उसकी पत्नी अंजू ने वार्ड संख्या 45 से नामांकन किया था। पूरी संभावना थी कि इस बार भी सुधीर ब्लाक प्रमुख की दावेदारी करेगा लेकिन दोनों का पर्चा जांच में खारिज कर दिया गया। अब, जब रिक्त पदों पर उपचुनाव का नोटिफिकेशन जारी हुआ तो सुधीर की सक्रियता एक बार फिर बढ़ गई थी। ब्लाक प्रमुखी को लेकर उसकी पूरी तैयारी थी लेकिन इसी बीच उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कुछ मुकदमे भी दर्ज किए गए हैं। सुधीर के पर्चा न भर पाने के कारण इस बार उसकी सीट वार्ड नंबर 52 से उसकी पत्नी अंजू देवी ने नामांकन दाखिल किया था।

मनमाने तरीके से पर्चा खारिज करने का आरोप

इस वार्ड से कुल आठ लोगों ने नामांकन किया था। इनमें से चार का पर्चा खारिज कर दिया गया, एक ने नाम वापस ले लिया। तीन प्रत्याशियों को प्रतीक चिन्ह भी आवंटित कर दिया गया। इसी बीच राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से आए एक पत्र के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी पंचायत ने इस वार्ड का मतदान निरस्त कर दिया। वहां अबतक पूरी की गई प्रक्रिया को वापस ले लिया गया है। मतदान निरस्त होने के पीछे चुनाव अधिकारी द्वारा मनमाने तरीके से पर्चा खारिज करने की बात कही गई है लेकिन किसी जिम्मेदार पर अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है।

इस मनमानी की शिकायत किसकी ओर से की गई, यह भी अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। इस वार्ड में अब चुनाव कब होगा, यह राज्य निर्वाचन आयोग पर निर्भर करेेगा। हालांकि माना जा रहा है कि ब्लाक प्रमुख के चुनाव होने तक यहां चुनाव की संभावना नहीं है। सहायक निर्वाचन अधिकारी जेएन मौर्य ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने पिपरौली के क्षेत्र पंचायत वार्ड 52 का मतदान निरस्त कर दिया है। अन्य वार्डों में समय से मतदान होगा।

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