बस्ती जिला अस्पताल के 160 बेड पर सीधे पहुंचेगी आक्सीजन

जिला अस्पताल में आक्सीजन प्लांट पीएम केयर फंड से लगाया गया है। प्लांट लगाने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार ने डीआरडीओ को सौंपी है। प्लांट के लिए फाउंडेशन व शेड आदि बनाने का कार्य राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने वाली एजेंसी एनएचएआइ ने किया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 06:27 AM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 06:27 AM (IST)
बस्ती जिला अस्पताल के 160 बेड पर सीधे पहुंचेगी आक्सीजन
बस्ती जिला अस्पताल के 160 बेड पर सीधे पहुंचेगी आक्सीजन

बस्ती : जिला अस्पताल में करीब 160 बेड पर अब सीधे पाइप लाइन के जरिये मरीजों को आक्सीजन जल्द मिलना शुरू हो जाएगी। आक्सीजन की आपूर्ति के लिए अस्पताल में 960 लीटर प्रति मिनट आक्सीजन उत्पादन की क्षमता वाला प्लांट लगाया गया है। बेड तक पाइप लाइन दौड़ाने का कार्य पहले ही किया जा चुका है।

जिला अस्पताल में आक्सीजन प्लांट पीएम केयर फंड से लगाया गया है। प्लांट लगाने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार ने डीआरडीओ को सौंपी है। प्लांट के लिए फाउंडेशन व शेड आदि बनाने का कार्य राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने वाली एजेंसी एनएचएआइ ने किया है। शेड व फाउंडेशन बनाने के बाद उसमें प्लांट की मशीने लगाई जा चुकी है। कोविड काल के दौरान सबसे पहले मरीज को जिला अस्पताल लाया जा रहा था। वहां पर प्राथमिक उपचार के साथ ही उसकी कोविड की जांच की जा रही थी। पाजिटिव पाए जाने पर उसे मेडिकल कालेज बस्ती की चिकित्सा इकाई ओपेक अस्पताल कैली में बने कोविड अस्पताल में रेफर कर दिया जा रहा था। चिकित्सकों की माने तो उस दौरान जो भी मरीज आ रहे थे, उनमें से अधिकांश को सांस फूलने की समस्या था। उनका आक्सीजन लेवल तेजी से कम हो रहा था और उन्हें तत्काल आक्सीजन सपोर्ट की जरूरत थी। उस समय इमरजेंसी में बेड खाली न होने व आक्सीजन की कमी के कारण काफी मरीजों को बचाया नहीं जा सका। अब जबकि अस्पताल में खुद अपना आक्सीजन प्लांट लग जाएगा तो इस तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। अस्पताल में बेड व इलाज की अन्य सुविधाएं पर्याप्त हैं, ऐसे में आक्सीजन की समस्या हल हो जाने के बाद कोविड की तीसरी लहर का सामना आसानी से किया जा सकेगा। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. आलोक वर्मा का कहना है कि सभी तैयारियां पूरी हैं, जल्द ही प्लांट से आक्सीजन का उत्पादन शुरू हो जाएगा। इसके बाद अस्पताल में आक्सीजन की कोई किल्लत नहीं रहेगी।

तीन दिन में प्लांट काम करने लगेगा, इंस्टालेशन का काम शुरू

जिला अस्पताल में लगे आक्सीजन प्लांट के इंस्टालेशन का काम मंगलवार से शुरू हो गया। प्लांट को लगाने का ठेका लेने वाली लखनऊ की फर्म सिडिकेट इंडस्ट्रियल सर्विसेज की टीम ने प्लांट पर काम शुरू कर दिया था। कंपनी के सर्विस मैनेजर आशीष ने बताया कि तीन दिन के अंदर प्लांट से आक्सीजन का उत्पादन शुरू हो सकता है। प्लांट में कनेक्शन देने के साथ ही अस्पताल की पाइप लाइन से जोड़ने का काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्लांट टाटा कंपनी का बना है तथा उनकी फर्म को लगाने का जिम्मा दिया गया है।

मंडी समिति में किसानों व पल्लेदारों के टीकाकरण को बना बूथ

जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने कृषि उत्पादन मंडी समिति, साऊंघाट पहुंचकर किसानों, पल्लेदारों के टीकाकरण के लिए आयोजित विशेष टीकाकरण केंद्र का शुभारंभ मंगलवार को किया। प्रतिदिन 200 लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य भी दिया।

उन्होंने कहा कि टीकाकरण के लिए आने वाले लोगों की कोविड जांच के लिए सैंपल भी लिए जाएं। इस अवसर पर परियोजना निदेशक कमलेश सोनी, प्रभारी चिकित्साधिकारी साऊंघाट डा. सूर्य प्रकाश, मंडी सचिव राजितराम वर्मा, सहायक खाद्य विपणन अधिकारी संजय जायसवाल मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने ड्यूटी पर तैनात संतोष कुमार व पुलिस बल को निर्देश दिया कि मुख्य गेट से प्रवेश करने वाले प्रत्येक वाहन को रोकें और उसमें बैठे व्यक्तियों को टीकाकरण केंद्र तक भेजें। टीकाकरण के लिए आधार कार्ड के साथ-साथ मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविग लाइसेंस, पैन कार्ड तथा अन्य फोटो युक्त पहचान पत्र मान्य है। प्रभारी चिकित्साधिकारी ने बताया कि 11 बजे तक 18 प्लस के 53 तथा 45 प्लस के 20 लोगों को टीका लग गया है। छह बजे तक कुल 18 प्लस में 121 व 45 प्लस में 44 लोगों को टीका लगा। पूरे साऊंघाट में 252 एंटीजेन व 124 आरटीपीसीआर जांच हुई। एमओआइसी ने बताया कि टीकाकरण केंद्र मुख्य गेट के दाहिनी तरफ स्थित प्रशासनिक भवन में बनाया गया है।

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