ओवरलोड वाहनों ने बिगाड़ी फोरलेन की चमक

चैनपुरवा ओवरब्रिज के पास सड़क में पड़ी दरार जिम्मेदार बेखबर 70 किमी फोरलेन में दो सौ स्थानों पर पड़ गई है दरार

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 06:09 PM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 06:09 PM (IST)
ओवरलोड वाहनों ने बिगाड़ी फोरलेन की चमक
ओवरलोड वाहनों ने बिगाड़ी फोरलेन की चमक

बस्ती: ओवरलोड वाहनों के कारण फोरलेन की चमक बिगड़ रही है। फोरलेन पर जगह-जगह दरार पड़ गई है। बस्ती जिले में दो टोल बूथ बनाए गए हैं लेकिन ओवरलोड वाहनों पर रोक नहीं लग पा रही है। चैनपुरवा ओवरब्रिज के पास बनीं दरारें हादसे की वजह बन सकती हैं।

कांटे से घघौवा तक 70 किमी के बीच फोरलेन पर लगभग दो सौ से अधिक स्थानों पर दरारें हैं। ओवरलोड वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए पुलिस और परिवहन विभाग की प्रवर्तन टीम प्रतिदिन चेकिग करती है, लेकिन ऐसे वाहनों का आवागमन कम नहीं हो रहा है। ओवरलोड वाहनों की जांच के लिए टोल बूथ पर मशीनें लगी हुई हैं। जैसे ही वाहन टोल बूथ पर पहुंचता है उसका वजन कंप्यूटर स्क्रीन पर आ जाता है। टोल वसूलने के लिए कर्मी ऐसे वाहनों से जुर्माने के साथ टोल की वसूली करते हैं। हालांकि इसका मानक क्या है और वसूली गई धनराशि कहां जमा होती है, इसका स्पष्ट जवाब भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के टीम लीडर केपी सिंह नहीं दे पाए। 24 घंटे में गुजरते हैं 4.32 लाख वाहन

फोरलेन पर एक सेकंड में पांच वाहन, एक मिनट में 300 और एक घंटे में 1800 वाहन गुजरते हैं। इस तरह 24 घंटे में 4.32 लाख वाहनों की आवाजाही होती है। इसमें पचास फीसद भारी वाहन होते हैं। ओवरलोड वाहनों की संख्या 15 से 20 फीसद होती है। फोरलेन के रखरखाव और सुरक्षा की जिम्मेदारी टोल वसूली के लिए अधिकृत ठीकेदार की है लेकिन उसका कोई ध्यान नहीं है।

आरटीओ (प्रवर्तन) रविकांत शुक्ला का कहना है कि ओवरलोड वाहनों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हुई है। ऐसे वाहनों के संचलन में कमी भी आई है। पिछले महीने में 20-25 ओवरलोड वाहन फोरलेन पर पकड़े गए थे। वाहनों से जुर्माना वसूला गया।

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