North Eastern Railway: स्टेशन मास्टरों को पदोन्नति न मिलने से आक्रोश, अधिकारी से मिलकर जताया विरोध
नरमू के महामंत्री केएल गुप्त ने आरोप लगाया है कि संबंधित अधिकारियों ने इन स्टेशन मास्टरों के वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (एसीआर) में गुड मार्क दिया है। बावजूद इसके पदोन्नति नहीं की गई। महामंत्री ने प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक (पीसीओएम) से वार्ता कर अपना विरोध जताया है।
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ और वाराणसी मंडल के 437 स्टेशन मास्टरों को एमएसीपी (कैरियर प्रोन्नयन) का लाभ नहीं मिलने से रेलकर्मियों में आक्रोश है। एनई रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) ने रेलवे प्रशासन के सिस्टम पर सवाल खड़ा करते हुए संबंधित अधिकारियों पर उदासीनता का आरोप लगाया है।
वेरीगुड होने पर ही मिलती है पदोन्नति
नरमू के महामंत्री केएल गुप्त ने आरोप लगाया है कि संबंधित अधिकारियों ने इन स्टेशन मास्टरों के वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (एसीआर) में गुड मार्क दिया है। यह जानते हुए भी कि बोर्ड ने रेलकर्मियों की पदोन्नति और वेतनवृद्धि के लिए वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट और वार्षिक वर्किंग रिपोर्ट में वेरीगुड अनिवार्य कर दिया है। रिपोर्ट में वेरीगुड होने पर ही कर्मियों को पदोन्नति, संशोधित कैरियर प्रोन्नयन और वेतन वृद्धि का लाभ मिलेगा। सवाल यह है कि कोरोना काल में इन स्टेशन मास्टरों ने क्या अपना उत्कृष्ट योगदान नहीं दिया है। जबकि रेलवे प्रशासन खुद कह रहा है कि ट्रेनों का समय पालन बेहतर हुआ है। महामंत्री ने प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक (पीसीओएम) से वार्ता कर अपना विरोध जताया है। पीसीओएम ने समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है।
प्रोन्नत अभियंताओं को दी गई विदाई
नगरीय विद्युत वितरण खंड चतुर्थ के परिसर में कार्यक्रम आयोजित कर सहायक अभियंता के पद पर प्रोन्नत ई. कृष्णमुरारी गुप्ता एवं ई. कमलेश कुमार को विदाई दी गई एवं उनका सम्मान किया गया। इस दौरान उपस्थित अधीक्षण अभियंता शहर ई. यूसी वर्मा ने दोनों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस दौरान अधिशासी अभियंता ई. मुदित तिवारी, वीके चौधरी, उपखंड अधिकारी अजय कुमार, अमन तिवारी, पुनीत निगम, जनपद अध्यक्ष ई. शशि कपूर आदि उपस्थित रहे।