पोस्ट कोविड मरीजों में आ रही हड्डी की समस्या, यह करेगा आर्थोपेडिक एसोसिएशन
पोस्ट कोविड मरीजों में हड्डी व जोड़ रोगों की समस्या आ रही है। 15 फीसद मरीज पोस्ट कोविड माइल्जिया के शिकार हो रहे हैं। इसकी वजह से कमर पैर घुटने और कूल्हों में दर्द की दिक्कत हो रही है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कोविड-19 के संक्रमण की चपेट में आए लोगों को ठीक होने के बाद भी कई तरह की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। इसमें हड्डीऔर जोड़ रोग से जुड़ी समस्या भी शामिल है। कोविड से उबर चुके 15 फीसद मरीजों के कोविड माइल्जिया का शिकार होने के मामले सामने आए हैं। लोग कमर, पैर, घुटने और कूल्हों में दर्द (फटने जैसा) की शिकायत लेकर अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। आर्थोपेडिक एसोसिएशन इन बीमारियों के प्रति लोगों को जागरूक करने का फैसला लिया है। इसके लिए साइकिल रैली निकालकर लोगों को इसके प्रति जागरूक करेगात्र
खराब हो सकते हैं कुल्हे और घुटने
बीआरडी मेडिकल कालेज के हड्डी रोग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर व आर्थोपेडिक एसोसिएशन के सचिव डा. अमित मिश्रा ने बताया कि बीआरडी मेडिकल कालेज में 15 फीसद मरीज पोस्ट कोविड माइल्जिया की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। इनकी मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द आदि लक्षण देखने को मिल रहे हैं। हालांकि यह समस्या सामान्य वायरल इंफेक्शन में भी आती है, लेकिन कोरोना संक्रमितों में खून की धमनियों में हाइपरकोग्यूबिलिटी (खून की धमनियों में रक्त का थक्का जम जाना) मिलती है। इसकी वजह से कूल्हों और घुटनों के खराब होने की आशंका बढ़ जाती है। कोविड के बाद कई मरीजों के तो कूल्हे और घुटने भी खराब हो चुके हैं।
सतर्क रहने की है जरूरत, करते रहे व्यायाम
कोविड माइल्जिया की दिक्कत शुरू होने पर इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। इसलिए बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती रहने की वजह से हड्डियों में कमजोरी और दर्द हो सकता है। ऐसी स्थिति में लोग अधिक से अधिक व्यायाम करें और विटामिन-डी का सेवन करें। कोराना संक्रमण के दौरान पानी पर्याप्त पीयें ताकि डिहाइड्रेशन न होने पाए। खून पतला करने वाली दवा अब प्रोटोकाल में है, इसलिए कोविड मरीजों को यह दवा लिखी जा रही है। इसे जरूर लें। योग-व्यायाम करते रहें। इसके अलावा किसी तरह की दिक्कत होने पर डाक्टर से परामर्श लें और उसी के अनुसार दवाओं का सेवन करें।