16 मई तक सभी अस्पतालों में ओपीडी बंद
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सभी सरकारी अस्पतालों में 16 मई तक ओपीडी बंद रहेगी। केवल गंभीर रोगियों का इलाज इमरजेंसी में किया जाएगा। अस्पतालों में भीड़ को देखते हुए शासन के आदेश पर यह निर्णय लिया गया है। यह व्यवस्था जिला अस्पताल समेत सभी सीएचसी-पीएचसी पर लागू रहेगी।
सिद्धार्थनगर: कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सभी सरकारी अस्पतालों में 16 मई तक ओपीडी बंद रहेगी। केवल गंभीर रोगियों का इलाज इमरजेंसी में किया जाएगा। अस्पतालों में भीड़ को देखते हुए शासन के आदेश पर यह निर्णय लिया गया है। यह व्यवस्था जिला अस्पताल समेत सभी सीएचसी-पीएचसी पर लागू रहेगी। शनिवार को संयुक्त जिला अस्पताल में दोपहर 12 बजे तक ओपीडी संचालित हुई, इसके पश्चात इसे बंद कर दिया गया।
कोरोना का संक्रमण तेज रफ्तार से बढ़ रहा है। सरकारी अस्पतालों में भारी भीड़ होती है। ऐसी स्थिति में संक्रमण और तेजी से फैलने का डर हर वक्त बना रहता है। ऐसे मरीजों की जान को भी खतरा का डर विभाग को सताने लगा है, जो गंभीर रोगों से ग्रस्त हैं, वह भर्ती होकर अपना इलाज करा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण बेकाबू होता नजर आ रहा है। कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के आगे सूबे का स्वास्थ्य व्यवस्था बौना दिखने लगा है। सरकार ने पूरे प्रदेश में रविवार को साप्ताहिक लाकडाउन का फैसला किया है। सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी (वाह्यरोगी विभाग) सेवाओं को स्थगित करने का निर्देश दिया गया है।
उत्तर प्रदेश के सभी ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में रविवार को साप्ताहिक बंदी होगी। इस दौरान केवल स्वच्छता, सैनिटाइजेशन और इमरजेंसी सेवाएं ही चालू रहेंगी। कोरोना के संबंध में आवश्यक जागरूकता काम भी किया जाएगा। मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों का आयोजन 15 मई तक नहीं किया जाएगा।
बिना मास्क एक हजार जुर्माना
प्रदेश में हर किसी के लिए मास्क लगाना अनिवार्य है। पहली बार बगैर मास्क के पकड़े जाने पर 1000 रुपये का जुर्माना लगाया जाए। अगर कोई दूसरी बार बिना मास्क के पकड़ा जाता है तो 10 हजार रुपये जुर्माना लगाने का आदेश है।
सीएमओ डा. आइवी विश्वकर्मा ने कहा कि जिला अस्पताल समेत सभी सीएचसी-पीएचसी में ओपीडी 16 मई तक बंद कर दी गई है। सिर्फ गंभीर रोगियों का इलाज इमरजेंसी में किया जाएगा।