गोरखपुर में प्याज की लूट : नहीं दर्ज हुआ मुकदमा, लूट को संदिग्ध मान रही पुलिस Gorakhpur News
गोरखपुर में हुई प्याज लूट के मामले में दूसरे दिन भी मुकदमा नहीं दर्ज हुआ। इस बीच छानबीन में जुटी पुलिस घटना को संदिग्ध करार दे रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर के राजघाट इलाके में हुई प्याज लूट के मामले में दूसरे दिन भी मुकदमा नहीं दर्ज हुआ। इस बीच छानबीन में जुटी पुलिस घटना को संदिग्ध करार दे रही है। घटनास्थल के आसपास दुकानों के बाहर लगे सीसी टीवी कैमरों की फुटेज चेक करने के बाद पुलिस ने वारदात के संदिग्ध होने का दावा किया है। इस बीच कारोबारी और ठेला चालक को सोमवार को राजघाट थाने में बुलाकर काफी देर तक पूछताछ की गई। एसपी सिटी डा. कौस्तुभ ने बताया कि छानबीन की जा रही है। सच सामने आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
रविवार को हुई थी लूट
फिरोज अहमद राईन, फल-सब्जी विक्रेता समिति के महामंत्री हैं। महेवा मंडी में रहमतुल्लाह एंड संस के नाम से उनकी थोक की दुकान है। भाई शम्स तबरेज के साथ मिलकर कारोबार चलाते हैं। तमकुही रोड, कुशीनगर के जगदीशपुर निवासी जमुना प्रसाद, गोरखपुर में रहकर ठेला चलाते हैं। रविवार को वह, फिरोज अहमद राईन की दुकान से छह बोरी प्याज लेकर गोलघर स्थित दो होटलों में पहुंचाने जा रहे थे। उनके मुताबिक डेढ़ बजे के आसपास वह टीडीएम चौराहे के पास पहुंचे थे कि पीछे से एक ही बाइक पर सवार होकर आए दो युवकों ने उन्हें रोक लिया और धमकी देकर एक बोरी (50 किलोग्राम) प्याज लूटकर फरार हो गए।
छानबीन कर रही है पुलिस
इसकी सूचना उन्होंने कारोबारी फिरोज को दी। उन्होंने भाई शम्स तबरेज को मौके पर भेजा। मौके पर पहुंचकर शम्स ने कंट्रोल रूप को फोन कर पुलिस को इसकी सूचना दी। बाद में राजघाट थाने पहुंचकर इस संबंध में अज्ञात बदमाशों के विरुद्ध तहरीर दी। कथित रूप से हुई प्याज लूट की घटना से सकते में आई पुलिस छानबीन में जुट गई।