जमीन मिले तो गीडा में जल्द स्थापित हो जाएगा एक और आक्सीजन प्लांट Gorakhpur News

मानस सिंह ने कहा कि आठ महीने से भूखंड पर कब्जा नहीं मिला है। इसके लिए आठ महीने से प्रयास किया जा रहा है। इस संबंध में मुख्यमंत्री से वह व्यक्तिगत भी मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि सेक्टर 13 में सड़क नाली व बिजली की कोई व्यवस्था नहीं है।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 12:25 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 06:05 PM (IST)
जमीन मिले तो गीडा में जल्द स्थापित हो जाएगा एक और आक्सीजन प्लांट Gorakhpur News
गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण का प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो, जेएनएन।

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच आक्सीजन की मांग भी बढ़ रही है। इस बीच गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के एक आवंटी ने जमीन मिलने पर जल्द ही आक्सीजन का प्लांट लगाने की पहल की है। गोरखपुर आक्सीजन एंड हेल्थकेयर के नाम से गीडा के सेक्टर 13 में आक्सीजन प्लांट लगाने के लिए जमीन आवंटित हुई थी। पर, अभी सड़क, नाली का काम पूरा न हो पाने से कब्जा नहीं मिल पाया है। फर्म के प्रोपराइटर उद्यमी मानस सिंह ने इस संबंध में मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर, जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन एवं सीईओ गीडा को पत्र लिखकर जमीन पर जल्द कब्जा दिलाने की अपील की है। 

आठ माह से नहीं मिल रहा कब्‍जा

मानस सिंह ने कहा कि आठ महीने से भूखंड पर कब्जा नहीं मिला है। इसके लिए आठ महीने से प्रयास किया जा रहा है। इस संबंध में मुख्यमंत्री से वह व्यक्तिगत भी मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि सेक्टर 13 में सड़क, नाली व बिजली की कोई व्यवस्था नहीं है। प्लांट लगाने के लिए वह मुंबई की कंपनी को अक्टूबर 2020 में ही एडवांस भुगतान भी कर चुके हैं। पर, भूखंड न मिलने से प्लांट लगाने में देरी हो रही है। उन्होंने कहा कि इस समय आक्सीजन की जरूरत है। यदि भूखंड मिल जाए तो दो महीने में प्लांट स्थापित कर उत्पादन शुरू करा दिया जाएगा। भूखंड का चिन्हांकन ही हो जाए तो वह मिट्टी डलवाने से लेकरअन्य काम शुरू कर सकते हैं। 

जमीन का मामला हाईकोर्ट में लंबित

गीडा के सीईओ पवन अग्रवाल का कहना है कि सेक्टर 13 में रास्ते की जमीन पर हाईकोर्ट में मामला लंबित है। ऐसे में गीडा की ओर से दूसरी ओर से वैकल्पिक रास्ता बनाया जा रहा है। रास्ता लगभग पूरा होने वाला है। इस महीने के अंत तक या और पहले ही आवंटित भूखंड का चिन्हांकन करा दिया जाएगा। आक्सीजन प्लांट स्थापित करने के लिए हर तरह का सहयोग गीडा की ओर से किया जाएगा।

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