घुमाने के बहाने युवती को घर से लेकर निकला, दुष्कर्म कर जंगल में छोड़कर भागा Gorakhpur News
गोरखपुर में युवती को जंगल में छोड़कर भागने वाले युवक ने दुष्कर्म किया था। बुधवार को भटहट पुलिस चौकी पर अनहोनी से इन्कार करने वाली युवती ने पनियरा थाने में तहरीर देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है।
गोरखपुर, जेएनएन। पनियरा क्षेत्र की रहने वाली युवती को जंगल में छोड़कर भागने वाले युवक ने दुष्कर्म किया था। बुधवार को भटहट चौकी पर अनहोनी से इन्कार करने वाली युवती ने पनियरा थाने में तहरीर देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। भटहट क्षेत्र में रहने वाले आरोपित के घर गुरुवार को पनियरा पुलिस पहुंची तो वह फरार हो गए। उसके भाई को पनियरा पुलिस साथ लेकर गई है।
यह है घटनाक्रम
आरोपित युवक की रिश्तेदारी पनियरा थाना क्षेत्र के एक गांव में है। लड़का रिश्तेदारी में अक्सर जाता था। रिश्तेदार के घर के पास रहने वाली युवती से उसकी जान पहचान हो गई थी। मंगलवार की रात में घुमने के बहाने वह युवती को अपने साथ ले आया और जंगल में छोड़कर चला गया। बुधवार की सुबह भटहट पुलिस चौकी पर पहुंची युवती ने घटना की जानकारी दी। लेकिन अपने साथ कोई अनहोनी होने से इन्कार कर दिया था। जिसके बाद चौकी प्रभारी ने युवती के पिता को फोन कर बुलाया और घर भेज दिया। गुरुवार को युवती पिता के साथ पनियरा थाने पहुंची और दुष्कर्म किए जाने की शिकायत की। भटहट चौकी प्रभारी बीरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि युवती ने कोई अप्रिय घटना होने की जानकारी नहीं दी थी। पनियरा पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पांच दिन पहले जेल गए बुजुर्ग बंदी की मौत
उधर, पांच दिन पहले जालसाजी के मामले में जेल गए बुजुर्ग की तबीयत गुरुवर की दोपहर में बिगड़ गई। गंभीर स्थिति में जेलकर्मी जिला अस्पताल ले गए जहां मौत हो गई।सूचना मिलने पर अस्पताल पहुंचे स्वजन मौत के लिए पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार बता रहे हैं।
शाहपुर क्षेत्र के जंगल मातादीन निवासी 80 वर्षीय सुखलाल के खिलाफ कैंट थाने में जालसाजी का केस दर्ज था। 19 जून को विवेचक ने सुखलाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गुरुवार की सुबह सुखलाल घबराहट हुई और अचानक चेहरे पर सूजन भी हो गया। जेल प्रशासन ने उन्हें जेल अस्पताल में भर्ती कराया था। तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर शाम सात बजे उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
स्वजन का आरोप है कि प्रशासन और पुलिस की वजह से सुखलाल की मौत हुई। शासन के निर्देश पर बुजुर्ग बंदियों को छोड़ा जा रहा है लेकिन तबीयत खराब होने के बाद भी उनको जेल में रखा गया। जहां सही तरीके से इलाज न होने पर मौत हो गई। वरिष्ठ जेल अधीक्षक डा रामधनी ने बताया कि तबीयत बिगड़ने पर बंदी को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया था।