चलते-फिरते फर्जी बोर्ड और विश्वविद्यालय है यह दोनों, फर्जी अंकपत्र तैयार कर कराते हैं नियुक्ति Gorakhpur News

यूपी के देवरिया जिले का रहने वाला राकेश सिंह व खुखुंदू थाना क्षेत्र के बरडीहा निवासी अश्विनी श्रीवास्तव गिरोह बनाकर लंबे समय से फर्जी अंक पत्र तैयार कर अध्यापक के पद पर नियुक्ति कराते हैं। उनके रैकेट में शिक्षा विभाग के कई कर्मचारी भी शामिल है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 23 Dec 2020 12:10 PM (IST) Updated:Wed, 23 Dec 2020 12:10 PM (IST)
चलते-फिरते फर्जी बोर्ड और विश्वविद्यालय है यह दोनों, फर्जी अंकपत्र तैयार कर कराते हैं नियुक्ति  Gorakhpur News
फर्जी अंकपत्र बनाकर नौकरी दिलाने वाले शातिरों की एसटीएफ तलाश कर रही है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। फर्जी प्रमाण पत्र तैयार कर शिक्षक की नौकरी दिलाने वाले देवरिया, भाटपारानी के रहने वाले राकेश सिंह व खुखूंदू के अश्वनी की सरगर्मी से तलाश चल रही है। एसटीएफ ने पकड़े गए फर्जी शिक्षक के साथ ही दोनों के खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। एक साल पहले भी राकेश के खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था।

फर्जी अंकपत्र तैयार कर अध्यापक के पद पर कराते हैं नियुक्ति

देवरिया जिले के भाटपाररानी थाना क्षेत्र के कुइचबर गांव का रहने वाला राकेश सिंह व खुखुंदू थाना क्षेत्र के बरडीहा निवासी अश्विनी श्रीवास्तव गिरोह बनाकर लंबे समय से फर्जी अंक पत्र तैयार कर अध्यापक के पद पर नियुक्ति कराते हैं। उनके रैकेट में शिक्षा विभाग के कई कर्मचारी भी शामिल है। एसटीफ को छानबीन में पता चला कि राकेश सिंह व अश्वनी सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति कराने के लिए 10 से 15 लाख रुपये लेते थे। एडवांस के तौर पर वह चार से पांच लाख रुपये लेता था। सोमवार को पकड़े गए बृजकिशोर ने पांच लाख रुपये दिए थे। जिसके बाद उन्?होंने फर्जी प्रमाण पत्र तैयार कर 2015 में सिद्धार्थनगर जिले में नियुक्ति करा दी। तब से बृजकिशोर नौकरी कर रहा था।

एक साल पहले भी सामने आया था राकेश का नाम

24 सितंबर 2019 को एसटीएफ ने बीएसए सिद्धार्थनगर के स्टेनों हरेंद्र सिंह, उसका बाजार के प्राथमिक विद्यालय विभटिया में तैनात शिक्षक सच्चिदानंद पांडेय, प्राथमिक विद्यालय दुर्गजोत में तैनात शिक्षिका के पति अवधेश मिश्रा, बलरामपुर जिले के रतनपुर गौरा निवासी बाबूलाल चौधरी और गोंडा जिले के तरबगंज, जमुथा निवासी चंद्र देव पांडेय को गिरफ्रतार किया था। आरोपितों से पूछताछ करने पर राकेश का नाम सामने आया था।

संदिग्ध शिक्षकों पर एसटीएफ की नजर

सूबे के संदिग्‍ध प्राइमरी शिक्षकों पर एसटीएफ की कड़ी नजर है। एसटीएफ द्वारा बीएसए कार्यालय को सूची भेजे जाने के बाद सभी संदिग्ध शिक्षकों के प्रमाण पत्र संबंधित बोर्ड व विश्वविद्यालयों को सत्यापन के लिए बीएसए ने भेज दी है। उधर एसटीएफ अपने स्तर से भी इन शिक्षकों की शैक्षिक दस्तावेजों की जांच करा रहा है, ताकि उनके विरुद्ध नियमानुसार विभागीय कार्रवाई की जा सके। एसटीएफ ने सूबे के जिन संदिग्‍ध शिक्षकों को चिह्नित किया है उनमें नौ गोरखपुर के हैं। इसमें दो बड़हलगंज के तथा एक-एक भटहट, कैंपियरगंज, सरदारनगर, कौड़ीराम, पाली, गगहा व पिपरौली ब्लाक के हैं।

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