मूर्ति विसर्जन की तैयारियों का अधिकारियों ने लिया जायजा

अधिकारियों ने पोखरे तक गाडिय़ों के पहुंचने का मार्ग का भी निरीक्षण किया। मोड़ पर गाडिय़ों के मुडऩे की स्थिति का जायजा लिया गया। बड़ी गाडिय़ों को प्रतिबंधित किया गया है मूर्तियां छोटी गाडिय़ों पर ही लायी जा सकेंगी।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 07:44 AM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 07:44 AM (IST)
मूर्ति विसर्जन की तैयारियों का अधिकारियों ने लिया जायजा
राजघाट पर प्रतिमा विसर्जन स्‍थल का निरीक्षण करते अधिकारी।

गोरखपुर, जेएनएन। जिले में मूर्ति विसर्जन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। शनिवार को मंडलायुक्त के नेतृत्व में अधिकारियों ने तैयारियों का जायजा लिया। विसर्जन के लिए बनाए गए पोखरों की गहराई बढ़ाने का निर्देश दिया गया ताकि मूर्तियां पूरी डूब जाएं। अधिकारियों ने वहां साफ-सफाई को बेहतर करने का निर्देश दिया।

मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर, डीआइजी राजेश मोदक, जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन, एसएसपी योगेंद्र कुमार, नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी नगर आरके श्रीवास्तव राजघाट पहुंचे और मूर्ति विसर्जन स्थल का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने नीचे बिछाई जा रही चकड प्लेट (लोहे की चादर) को और बढ़ाने को कहा। पोखरे तक गाडिय़ों के पहुंचने का मार्ग भी देखा गया। मोड़ पर गाडिय़ों के मुडऩे की स्थिति का जायजा लिया गया। बड़ी गाडिय़ों को प्रतिबंधित किया गया है, मूर्तियां छोटी गाडिय़ों पर ही लायी जा सकेंगी।

पोखरे के पास नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) एवं आपदा मित्र को तैनात करने का निर्देश दिया गया। राजघाट, डोमिनढ़ एवं बाघागाड़ा में कुल नौ कृत्रिम पोखरे बनाए गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि लाइट की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। इसके बाद अधिकारी मानसरोवर मंदिर पहुंचे और वहां तैयारियां देखीं। गोरखनाथ मंदिर से मुख्यमंत्री के वहां पहुंचने के मार्ग का निरीक्षण भी किया गया। रामलीला स्थल की व्यवस्था भी देखी गई। आयोजकों से कहा गया कि मंच पर एवं मैदान में शारीरिक दूरी का पालन हो, सभी लोग मास्क लगाए रहें। 

शारीरिक दूरी का करना होगा पालन

मूर्ति विसर्जन के दौरान जुलूस निकालने की अनुमति नहीं होगी। लोगों को शारीरिक दूरी का पालन करना होगा और मास्क जरूर पहनना होगा। जिलाधिकारी ने बताया कि अलग-अलग समितियों को अलग-अलग संख्या में लोगों को ले जाने की अनुमति दी गई है। न्यूनतम पांच लोगों से लेकर अधिकतम 50 लोग प्रतिमा विसर्जन के लिए जा सकेंगे। 

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