फर्जी शिक्षकों के खिलाफ तहरीर देने को तैयार नहीं हो रहे शिक्षा विभाग के अधिकारी Gorakhpur News
यूपी के कई जिलों में शिक्षा विभाग के अधिकारी फर्जी शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं करा रहे हैं। अधिकारी एक दूसरे के ऊपर मामला ठेल रहे हैं।
देवरिया, जेएनएन। बर्खास्त फर्जी शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने में अफसर दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। तहरीर किसकी तरफ से थाने में दी जाए इसको लेकर बीएसए व खंड शिक्षा अधिकारियों में रायशुमारी नहीं बन पा रही है। फिलहाल डीएम अमित किशोर ने इसे संज्ञान लेकर सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को बर्खास्त 36 फर्जी शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया है।
बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक भर्तियों में बड़े पैमाने पर अनियमितता हुई है। अबतक 38 फर्जी शिक्षक बर्खास्त किए जा चुके हैं, जिसमें दो लोगों के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कराया गया है। शेष 36 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने से अफसर परहेज कर रहे हैं। बीएसए ने संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों को मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश भी दिया, लेकिन खंड शिक्षा अधिकारी मुकदमे में वादी बनने से परहेज कर रहे हैं। खंड शिक्षा अधिकारियों का कहना है कि मुकदमा दर्ज कराने के लिए बीएसए की तरफ से तहरीर दी जानी चाहिए, क्योंकि नियोक्ता वहीं हैं।
खंड शिक्षा अधिकारियों को मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश कई बार दिया जा चुका है, लेकिन वे तहरीर नहीं दे रहे हैं। जिलाधिकारी की तरफ से सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को बर्खास्त फर्जी शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है। - प्रकाश नारायण श्रीवास्तव, बीएसए
फर्जी शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए बीएसए की तरफ से तहरीर दी जानी चाहिए। यदि तहरीर उनकी तरफ से मिलती है तो मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। - विनोद कुमार त्रिपाठी, खंड शिक्षा अधिकारी, देवरिया
सिद्धार्थनगर वसूली की तैयारी
उधर, सिद्धार्थनगर में कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापक पद की नौकरी हथिया कर वेतन लेने वालों से रिकवरी की तैयारी शुरू हो गई है। 47 फर्जी शिक्षकों ने 4 करोड़ 25 लाख 54 हजार 7 सौ 48 रुपये वेतन लिया है। प्रभारी बेसिक शिक्षा अधिकारी केएस वर्मा ने विभागीय सचिव को 137 शिक्षकों की सूची प्रेषित किया है जो कूटरचित प्रमाणपत्रों के आधार पर गुरुजी बनने में सफल हो गए थे। जानकारी होने पर सभी को बर्खास्त कर दिया गया है। इसमें से 47 शिक्षक ऐसे हैं जिन्होंने विभाग से वेतन भी प्राप्त कर लिया है। वित्त एवं लेखाधिकारी अजय शाही ने बीएसए को पत्र भेजकर रिकवरी की कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। शोहरतगढ़ विकास क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय टेकनार में कार्यरत रहे चंद्रप्रकाश के ऊपर सबसे अधिक 37 लाख की देयता है। भनवापुर में कार्यरत रहे रितेश कुमार ङ्क्षसह, जीवन कुमार व अश्वनी श्रीवास्तव ने 22 लाख से अधिक का वेतन प्राप्त किया है।