गांव-गांव जाएंगे अधिकारी, लोगों की समस्याएं सुनकर करेंगे निस्तारण
ग्रामीणों की समस्याएं निपटाने के लिए खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) को प्रतिदिन दो-दो गांव में जाना होगा जबकि जिला स्तरीय अधिकारियों को 10 दिन में पांच गांवों का दौरा करना होगा। गांव के निरीक्षण पर जाने वाले अधिकारियों को फोटोग्राफ के साथ निरीक्षण आख्या जिलाधिकारी को देनी होगी।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। ब्लाक स्तर के अधिकारियों को अब कार्यालय से बाहर निकलकर गांवों में जाना होगा। वहां पर लोगों की समस्याओं को देखकर व जानकर उनका त्वरित निस्तारण कराना होगा। इस संबंध में सभी अधिकारियों को जिलाधिकारी विजय किरण आनंद ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। बैठक कर सभी अधिकारियों को इस बावत जानकारी भी दे दी गई है।
खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) को प्रतिदिन दो-दो गांव में जाना होगा जबकि जिला स्तरीय अधिकारियों को 10 दिन में पांच गांवों का दौरा करना होगा। गांव के निरीक्षण पर जाने वाले अधिकारियों को फोटोग्राफ के साथ निरीक्षण आख्या जिलाधिकारी को देनी होगी।
जिलाधिकारी ने दिए मौके पर जाकर समस्याओं को देखने व निस्तारित करने के निर्देश
जिलाधिकारी ने जिले के अधिकारियों से कहा है कि वास्तविक निस्तारण के लिए संवाद जरूरी है। सभी अधिकारियों को सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक अपने कार्यालय में बैठना होगा और इस दौरान जनसुनवाई करनी होगी। इसके बाद भ्रमण पर निकलना होगा। शासन की अधिकतर योजनाओं को गांवों में लागू कराने की जिम्मेदारी ब्लाकों की ही होती है, इसलिए बीडीओ की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। अधिकारियों के गांव में जाने से बहुत से मामले उनके संज्ञान में आएंगे और उनका निराकरण वहीं हो जाएगा।
हर महीने ग्राम प्रधानों के साथ बैठक करेंगे बीडीओ
जिलाधिकारी ने कहा कि ब्लाक विकास की मुख्य कड़ी होता है। बीडीओ हर महीने ग्राम प्रधानों के साथ बैठक करें और उनसे संवाद स्थापित करें। सरकार की योजनाओं के संबंध में उन्हें जागरूक करें। जनजागरूकता के लिए योजनाओं का प्रचार-प्रसार कराया जाए। कोई भी पात्र व्यक्ति योजना से वंचित नहीं होना चाहिए। लाभार्थियों को पेंशन समय से उपलब्ध होनी चाहिए। संपूर्ण समाधान दिवस एवं आइजीआरएस पर आने वाले प्रकरणों को जल्द से जल्द निस्तारित दिया जाए।
अधिकारियों को सुबह 10 से 12 आफिस में बैठने एवं उसके बाद गांवों में भ्रमण करने के निर्देश दिए गए हैं। बीडीओ को रोज दो गांव में जाना होगा। जिले स्तर के अधिकारियों को 10 दिन में करीब पांच गांव घूमना होगा। अधिकारियों के भ्रमण से समस्याओं के निराकरण में तेजी आएगी। - विजय किरण आनंद, जिलाधिकारी, गोरखपुर।