व्यवस्था की हकीकत जानने निकलेंगे अफसर, स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, गोदाम की करेंगे पड़ताल

जिले में तैनात सभी एडीएम एसडीएम अपर नगर मजिस्ट्रेट एवं खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) को अपने नियमित कार्यों के साथ ही क्षेत्र में निकलकर स्कूल आंगनबाड़ी केंद्र ब्लाक गोदाम कोटे की दुकान का निरीक्षण करना होगा और हर महीने उसकी रिपोर्ट बनाकर संबंधित विभाग के अधिकारियों को देनी होगी।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 04:45 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 04:45 PM (IST)
व्यवस्था की हकीकत जानने निकलेंगे अफसर, स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, गोदाम की करेंगे पड़ताल
गोरखपुर के जिल6ाधिकारी विजय ि‍किरन आनंद। फाइल फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। जिले में तैनात सभी एडीएम, एसडीएम, अपर नगर मजिस्ट्रेट एवं खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) को अपने नियमित कार्यों के साथ ही क्षेत्र में निकलकर स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, ब्लाक गोदाम, कोटे की दुकान का निरीक्षण करना होगा और हर महीने उसकी रिपोर्ट बनाकर संबंधित विभाग के अधिकारियों को देनी होगी। बुधवार को जारी आदेश में जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने कहा कि ये गतिविधियां भी अधिकारियों के कर्तव्य में शामिल है।

एक माह में पांच विद्यालयों का करना होगा निरीक्षण

अधिकारियों को हर महीने न्यूनतम पांच स्कूलों का प्रेरणा एप के माध्यम से निरीक्षण करना होगा। शिक्षकों की उपस्थिति, आपरेशन कायाकल्प की प्रगति आदि की समीक्षा करते हुए बीएसए एवं तहसील व ब्लाक स्तर की टास्क फोर्स की बैठक कर बीएसए को रिपोर्ट भेजनी होगी।

प्री प्राइमरी शिक्षा व सुविधाओं की होगी समीक्षा

पांच आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण का प्री प्राइमरी शिक्षा एवं अन्य सुविधाओं की समीक्षा की जाएगी। इसकी रिपोर्ट जिला कार्यक्रम अधिकारी को भेजनी होगी। महीने में कम से कम एक बार ब्लाक गोदाम का निरीक्षण करते हुए राशन वितरण प्रणाली के अंतर्गत कोटे की दो से तीन दुकानों पर राशन वितरण का सत्यापन करना होगा।

महीने में दो बाहर होगा ग्राम पोषण व स्‍वास्‍थ्‍य का निरीक्षण

महीने में दो बार (बुधवार एवं शनिवार) ग्राम पोषण एवं स्वास्थ्य शिविर का निरीक्षण कर नियमित टीकाकरण व संस्थागत प्रसव के बारे में रिपोर्ट सीएमओ को भेजनी होगी। माह में एक बार महिला समूहों के साथ बैठक कर आजीविका मिशन को लेकर उन्हें प्रेरित किया जाएगा। बचत, विपणन व प्रशिक्षण के लिए भी प्रेरित करना होगा। महीने में कम से कम दो बाद कार्य स्थल पर जाकर निरीक्षण करना होगा और कार्ययोजना के आधार पर कार्य का निर्धारण कराना होगा।

जिलाधिकारी व सीडीओ रखेंगे नजर

जिलाधिकारी ने बताया कि वह एवं सीडीओ भी यह काम करेंगे। अन्य अधिकारियों के निरीक्षण कार्य पर नजर रखी जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकारियों का उदाहरण प्रस्तुत करने वाला नेतृत्व आश्वयक है ताकि जनसमुदाय को इससे जोड़ा जा सके और जन अभियान बनाया जा सके। इस निरीक्षण से अधिकारियों को क्षेत्र की समस्याओं की जानकारी भी हो सकेगी।

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