अफसरों का झूठ बढ़ा रहा बिजली निगम का घाटा

कटिया कनेक्‍शन की सूचना को बिजली निगम के अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। इसलिए लाइन लास लगातार बढ़ रहा है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 01:30 PM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 05:48 PM (IST)
अफसरों का झूठ बढ़ा रहा बिजली निगम का घाटा
अफसरों का झूठ बढ़ा रहा बिजली निगम का घाटा

गोरखपुर, (जेएनएन)। बिजली निगम के अफसरों के झूठ के कारण घाटा लगातार बढ़ रहा है। एक तरफ बिजली निगम के चेयरमैन लाइनलास घटाने के लिए लगातार अफसरों के पेच कस रहे हैं तो दूसरी तरफ अफसर ही कटिया कनेक्शनों को शह देकर लाइनलास बढ़ा रहे हैं। शहर के साथ ग्रामीण इलाकों में सरेआम कटिया से लाइन जलाई जा रही है। बेलघाट में तो कटिया से आटा चक्की भी चल रही है। अफसरों को सूचना दी गई तो कटिया न हटाकर शिकायतकर्ता के ही घर व दुकान की जांच करा दी गई। वह भी विजिलेंस की टीम को भेजकर। जब शिकायतकर्ता के यहां चोरी नहीं मिली तो उसके कनेक्शन का ही लोड बढ़ा दिया गया।

शहर के कई इलाकों में लाइनलास 60 फीसद तक पहुंच चुका है। अफसर चेयरमैन की लगातार फटकार भी खा रहे हैं लेकिन कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि बिजली चोरी के एवज में हर महीने लाखों रुपये विभिन्न उपकेंद्रों से इकट्ठा किए जाते हैं। इन रुपयों में से सभी को हिस्सा पहुंचाया जाता है इसलिए कार्यवाही उन इलाकों में ही होती है जहां सेटिंग नहीं बैठ पाती है

केस एक

शहर के पुर्दिलपुर इलाके में दो घरों की बिजली कटिया से जलती है। अफसरों के संज्ञान में मामला ले आने पर पहले तो टालमटोल की। बाद में कर्मचारियों को हकीकत का पता लगाने को भेजा। कटिया की पुष्टि के बाद कार्यवाही की जगह अफसरों ने झूठी कहानी गढ़ दी। कहा कि विजिलेंस ने चोरों को पकड़ लिया है। हकीकत यह है कि अब भी कटिया से बिजली जलाई जा रही है।

केस दो

भटहट का बीडीओ आवास चोरी की बिजली से जगमग होता है। यहां एक-दो नहीं बल्कि पांच कटिया लगी है। सड़क से गुजरते हुए कोई भी आसानी से कटिया देख सकता है लेकिन बिजली निगम के अफसरों को यह नहीं दिख रहा। सभी को पता है लेकिन न तो कटिया उतर रही है और न ही एफआइआर। लोग भी कहने लगे हैं कि बिजली निगम के अफसर सिर्फ गरीबों को अपना शिकार बनाते हैं।

कुछ इलाकों में कार्यवाही, बाकी पर सुस्ती

बिजली निगम के अफसर कुछ इलाकों में ही जांच अभियान चलाते हैं। यह वह इलाके हैं जहां से पहले से ही अच्छा-खासा राजस्व जमा किया जाता है। पिछले दिनों बिजली चोरी के लिए बदनाम इलाकों में एक-दो दिन जांच की गई थी लेकिन बाद में विरोध की बात कहकर अफसर फिर उधर गए ही नहीं।

अधिकारियों को दी गई हिदायत : मुख्‍य अभियंता

निगम के मुख्‍य अभियंता एमके अग्रवाल बिजली चोरी और बकायेदारों के खिलाफ कार्यवाही के लिए ऑपरेशन मास रेड चलाया जा रहा है। अफसरों को सख्त हिदायत दी गई है कि वह चोरों को किसी भी हाल में न बख्शें। लाइनलास कम करने पर निगम का जोर है। ऐसे इलाकों में बड़ा अभियान छेड़ा जाएगा।

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