कुशीनगर में बांध काटने को लेकर ग्रामीण व अधिकारी आमने-सामने

कुशीनगर में बांध काटने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है एक तरफ अधिकारी की तहरीर पर दर्ज हो चुका है 100 ग्रामीणों पर मुकदमा तो दूसरी तरफ ग्रामीणों ने भी तहरीर देकर की अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 04:00 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 04:00 AM (IST)
कुशीनगर में बांध काटने को लेकर ग्रामीण व अधिकारी आमने-सामने
कुशीनगर में बांध काटने को लेकर ग्रामीण व अधिकारी आमने-सामने

कुशीनगर : जलभराव से जूझ रहे खड्डा ब्लाक के कुछ गांवों के ग्रामीणों द्वारा नौतार बांध काटने को लेकर ग्रामीण व अधिकारी आमने सामने होते दिख रहे हैं। विभागीय अधिकारी की तहरीर पर बीते रविवार को इस मामले में 100 अज्ञात ग्रामीणों पर मुकदमा दर्ज हुआ तो सोमवार को ग्रामीणों ने भी तहरीर देकर अभियंताओं के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की।

दरअसल, भगवानपुर, शाहपुर, तुर्कहां आदि दियारा के आधा दर्जन गांव अर्से से बांध के चलते बरसात के समय जलभराव की समस्या से जूझते हैं। इलाका भी ऐसा है कि हर बार जल जमाव होता है। इस बार भी जब जलभराव हुआ तो पानी ग्रामीणों के घरों में जा घुसा। बीते शनिवार को जब गांव वालों के सब्र का बांध टूटा था तो समस्या बने बांध को ग्रामीणों ने काट दिया था। इसके बाद प्रशासन, पुलिस व विभाग एक साथ जागे और गांव पहुंचे तो आक्रोश का सामना करना पड़ा था। बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता की तहरीर पर 100 से अधिक ग्रामीणों पर केस दर्ज हुआ। समस्या को लेकर मोर्चा खोलने वाले ग्रामीण भी आगे आए और पुलिस को तहरीर सौंप आरोप लगाया कि वर्षों से यह समस्या बनी हुई है। पक्की पुलिया बनाए जाने की मांग की जा रही है। हर बार बरसात में हम तबाही का दंश झेलते हैं, किसी के द्वारा कोई कदम नहीं उठाया जाता। विभाग के सभी जिम्मेदार अधिकारियों पर केस दर्ज कार्रवाई की जाए। संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। अधिशासी अभियंता बाढ़, महेश कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस जांच कर रही है। बांध काटा गया है जो गलत है। शेष जांच का विषय है।

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