धान खरीद के लिए आनलाइन बुक करना होगा नंबर, 15 अक्टूबर के बाद शुरू हो सकती है बुकिंग
इस साल उन्हीं किसानों से धान की खरीदारी की जाएगी जिन्होंने आनलाइन बुकिंग करा रखी है। बुकिंग के लिए शिविर लगाया जाएगा। 15 अक्टूबर से शिविर लगाने की तैयारी की जा रही है। जन सेवा केंद्र से किसानों को पंजीकरण नंबर मिलेगा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। धान खरीद के लिए इस बार अनिवार्य रूप से आनलाइन ही नंबर लगाना होगा। बिना पहले से बुकिंग किए कोई किसान सीधे जाकर धान नहीं बेच सकेगा। एक नवंबर से पूर्वी उत्तर प्रदेश में धान की खरीद शुरू होगी और 15 अक्टूबर के बाद आनलाइन नंबर लगाया जा सकेगा।
इस साल कडाई से लागू की गई है व्यवस्था
आनलाइन नंबर लगाने की व्यवस्था पिछली बार भी थी लेकिन इसे कड़ाई से लागू नहीं किया गया था। किसान मौके पर पहुंचकर भी धान बेच लेते थे। इस व्यवस्था में प्रभावशाली लोगों के धान पहले खरीदने का शिकायत भी आती थी।
जन सुविधा केंद्र पर प्राप्त होंगे आनलाइन नंबर
आनलाइन व्यवस्था को अनिवार्य कर देने के बाद पंजीकृत किसान जन सुविधा केंद्रों के जरिए स्वयं ही आनलाइन नंबर प्राप्त कर सकते हैं। एक दिन में एक केंद्र पर अधिकतम 300 कुंतल की ही खरीद होगी और उसी अनुपात में एक केंद्र पर किसानों का आवंटन होगा। जिस दिन आवंटन मिलेगा, उसी दिन शाम चार बजे तक केंद्र पर पहुंचना होगा। चार बजे तक केंद्र पर पहुंचने वाले किसान से खरीदारी कर ली जाएगी। बीच में अचानक आकर कोई अपना धान नहीं बेच सकेगा।
भीड बढने पर जिलाधिकारी के निर्देश से लगी अतिरिक्त तौल मशीन
भीड़ बढऩे पर जिलाधिकारी के स्तर से केंद्र पर एक और तौल मशीन लगाने की अनुमति दी जा सकती है, जिससे 300 कुंतल धान की खरीद और हो सकेगी। पिछली बार एडवांस में नंबर लगाने के बाद भी कई किसान अंत तक अपना अनाज नहीं बेच पाए थे।
पंजीकृत किसानों से ही की जाएगी खरीदारी
डिप्टी आरएमओ राकेश मोहन पांडेय का कहना है कि इस बार धान खरीद के लिए आनलाइन नंबर बुक करना होगा। उसी के आधार पर वे अपना धान बेच सकेंगे। उन्होंने कहा कि केवल पंजीकृत किसानों से ही धान की खरीद की जाएगी। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे अपना पंजीकरण जरूर करा लें।
पंजीकरण के लिए लगाया जाएगा शिविर
संभागीय खाद्य नियंत्रक प्रेम रंजन सिंह ने बताया कि धान खरीद के लिए आनलाइन बुङ्क्षकग करानी होगी। जल्द ही यह प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। केवल पंजीकृत किसान ही धान बेच सकेंगे। सभी ब्लाकों में किसानों के पंजीकरण के लिए शिविर लगाए जा रहे हैं। किसान पंजीकरण जरूर करा लें।