अब आसान होगी गोरखपुर से अयोध्या की राह, इतने रुपये से बनाया गया क्रासिंग स्टेशन

गोरखपुर से अयोध्या की राह आसान होगी। अब गोरखपुर से कटरा जाने वाली ट्रेनों को मनकापुर में इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इस सिंगल रूट पर भी ट्रेनें एक के पीछे एक चलती रहेंगी। यात्री भी समय से अपने गंतव्य पर पहुंच जाएंगे।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 03:45 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 03:45 PM (IST)
अब आसान होगी गोरखपुर से अयोध्या की राह, इतने रुपये से बनाया गया क्रासिंग स्टेशन
अब गोरखपुर से अयोध्या की राह होगी आसान। प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : गोरखपुर से अयोध्या की राह आसान होगी। अब गोरखपुर से कटरा जाने वाली ट्रेनों को मनकापुर में इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इस सिंगल रूट पर भी ट्रेनें एक के पीछे एक चलती रहेंगी। यात्री भी समय से अपने गंतव्य पर पहुंच जाएंगे। निर्बाध ट्रेन संचालन के लिए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने मनकापुर से कटरा के बीच पड़ने वाले टिकरी हाल्ट को क्रासिंग स्टेशन बना दिया है। दरअसल, करीब 29 किमी लंबी मनकापुर-कटरा रेल लाइन के बीच सिर्फ टिकरी हाल्ट ही पड़ता था। हाल्ट पर पैसेंजर (सवारी गाड़ी) ट्रेनें तो रुक जाती थीं, लेकिन आगे या पीछे से दूसरी ट्रेनों को क्रासिंग नहीं मिल पाती थी।

ट्रेन के स्टेशन पर पहुंचने के बाद ही मिल पाती थी दूसरी ट्रेन को हरी झंडी

इस रेल लाइन पर चली ट्रेन जबतक गंतव्य तक (कटरा या मनकापुर) नहीं पहुंच जाती थी, दूसरी ट्रेन को हरी झंडी नहीं मिलती। ऐसे में पीछे वाली ट्रेनों को कटरा या मनकापुर स्टेशन पर ही इंतजार करना पड़ता था। गोरखपुर-अयोध्या पैसेंजर भी अक्सर लेट हो जाती थी। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार अयोध्या जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए रेलयात्रा सुगम एवं सुलभ हो सके, इसके लिए मनकापुर -कटरा के मध्य टिकरी हाल्ट को क्रासिंग स्टेशन में परिवर्तित किया गया है। अब ट्रेनों की क्रासिंग के लिए यात्रियों को प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ेगी।

भटनी में नहीं बदलेगा बिहार से आने वाली ट्रेनों का इंजन

भटनी जंक्शन पर इंजन बदलने के लिए ट्रेनों को खड़ा होने से जल्द ही मुक्ति मिल जाएगी। यात्री तो समय से गंतव्य पर पहुंचेंगे ही रेलवे के खर्चों में भी कमी आएगी। लिच्छवी एक्सप्रेस सहित बिहार से चलकर वाराणसी रूट पर जाने वाली ट्रेनें भटनी से एकडंगा, साहोपार, महदेवा, चांदपार, सोनरापार, मिश्रौली और पिवकोल होते हुए सीधे आगे के लिए रवाना हो जाएंगी।

इंजन बदलने के ट्रेनों को स्टेशन पर नहीं होना पड़ेगा खड़ा

ट्रेनों को स्टेशन पर इंजन बदलने के लिए खड़ा नहीं होना पड़ेगा। इसके लिए भटनी से पिवकोल के बीच 41 करोड़ की लागत से सात किमी नई रेल लाइन बिछाई जा रही है, जो मार्च 2022 तक पूरी हो जाएगी। दरअसल, भटनी से पिवकोल- सलेमपुर के रास्ते वाराणसी जाने के लिए रेल लाइन तो है, लेकिन यह गोरखपुर से वाराणसी जाने वाली ट्रेनें के लिए ही सुविधाजनक है। बिहार से आने वाली ट्रेनों को वाराणसी रूट पर जाने के लिए भटनी में रुककर इंजन बदलना पड़ता है।

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