गोरखपुर में अब सिपाही भी शांति भंग में करेगा चालान और देगा आख्या रिपोर्ट
अपर पुलिस महानिदेशक अखिल कुमार नेकहा है कि सिपाही उपद्रवियों को पाबंद भी करेंगे और अपने बीट क्षेत्र के सभी प्रार्थना पत्रों को देखकर आख्या रिपोर्ट भी देंगे। उस पर दारोगा व उनसे ऊपर के अधिकारी कार्रवाई करेंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। थानों पर मौजूद सिपाहियों की डयूटी सिर्फ डंडा लेकर खड़े होने तक सीमित नहीं रहेगी। बल्कि विभाग उनकी शिक्षा का उपयोग भी करने जा रहा है। उपद्रवियों मनबढ़ों को सिपाही 107/116 के लिए पाबंद भी करेंगे। इतना ही नहीं अपने बीट के सभी प्रार्थना पत्रों वही देखेंगे और उस पर आख्या रिपोर्ट भी देंगे। इस रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई भी होगी।
पुलिस विभाग में काम करने वालों में सबसे बड़ी संख्या सिपाहियों की है। सिपाहियों में करीब 95 फीसद ग्रेजुएट हैं। लेकिन थानों पर इनकी शिक्षा का कोई विशेष उपयोग नहीं होता है। लेकिन सिपाहियों को डंडे के साथ-साथ अब अपनी कलम का भी उपयोग करना होगा। अपर पुलिस महानिदेशक अखिल कुमार ने जोन के सभी जिलों के लिए निर्देश जारी किया है। शांतिभंग के लिए अब सिपाही ही पाबंद करेंगे। पहले यह कार्य दारोगा स्तर के लोग करते थे। सिपाही सिर्फ अपने बीट क्षेत्र में अराजक व उपद्रवी लोगों को चिन्हित करते थे, आगे की कार्रवाई दारोगा स्तर से होती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। सिपाही उपद्रवियों को पाबंद भी करेंगे और अपने बीट क्षेत्र के सभी प्रार्थना पत्रों को देखकर आख्या रिपोर्ट भी देंगे। उस पर दारोगा व उनसे ऊपर के अधिकारी कार्रवाई करेंगे।
नहीं मालूम बीट क्षेत्र के सिपाही का नाम
सिपाही को बीट क्षेत्र के संभ्रांत नागरिकों का एक ग्रुप बनाकर उनसे परस्पर संवाद स्थापित करना होगा। ताकि उन्हें 112 के बाद पुलिस विभाग का कोई नंबर सहजता से याद हो तो वह उनके बीट क्षेत्र के कांस्टेबल हो। एडीजी ने कहा कि स्थिति इतनी दयनीय है कि लोग बीट सिपाही का नंबर तो दूर यह जानते भी नहीं कि उनके क्षेत्र का बीट सिपाही कौन है।
बीट के शातिर अपराधियों को भी नहीं जानता सिपाही
एडीजी ने बीट व्यवस्था को प्रभावी करने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा है कि पखवारे भर पूर्व गोंडा जिले के मनिकापुर थाना पुलिस ने वाहन चोरी के आरोप में बस्ती जिले के परशुरामपुर थाना क्षेत्र के ग्राम बिछनहिया निवासी राजेश पाण्डेय को गिरफ्तार किया है। राजेश पाण्डेय की उनके गांव में आम शोहरत बता करने के लिए मंगलवार को एडीजी कार्यालय द्वारा परशुरामपुर थाने के बीट सिपाही से संपर्क किया गया तो सिपाही ने सीधे कह दिया कि वह राजेश पाण्डेय को नहीं जानता। बाद में बताया कि उनकी कोई शिकायत नहीं है, जब एडीजी कार्यालय द्वारा संबंधित ग्राम प्रधान से संपर्क किया गया तो पता चला कि उसकी आम शोहरत ठीक नहीं है। थोड़ी देर बाद सिपाही ने एडीजी कार्यालय फोन करके बताया कि राजेश को वाहन चोरी के आरोप में मनिकापुर थाना पुलिस ने जेल भेज दिया है। एडीजी ने सभी सिपाहियों को निर्देशित किया है कि अब ऐसा नहीं चलने वाला है। बीट सिपाही अपने क्षेत्र के अराजक तत्वों पर निगाह रखना होगा। उनकी स्थिति पर ध्यान देना होगा।