अब पार्सल ढुलाई होगी आसान, गोरखपुर स्टेशन पर लगाई जाएगी मैटेरियल लिफ्ट
एनईआर के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी ने लखनऊ वाराणसी और इज्जतनगर मंडल के रेल प्रबंधकों और समस्त विभागाध्यक्षों के साथ पूर्वोत्तर रेलवे में चल रहे निर्माण कार्यों यात्री सुविधाओं और संरक्षा की समीक्षा की। गोरखपुर जंक्शन पर यात्री सुविधाओं की चर्चा की।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : एनईआर के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी ने लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मंडल के रेल प्रबंधकों और समस्त विभागाध्यक्षों के साथ पूर्वोत्तर रेलवे में चल रहे निर्माण कार्यों, यात्री सुविधाओं और संरक्षा की समीक्षा की। गोरखपुर जंक्शन पर यात्री सुविधाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने पार्सल की ढुलाई को आसान बनाने के लिए प्लेटफार्म नंबर एक से तीन पर मैटेरियल लिफ्ट लगाने की संस्तुति की। साथ ही परिसर में हाईमास्ट लगाने का भी निर्देश दिया।
रेलमार्ग के विद्युतीकरण और दोहरीकरण पर की चर्चा
समीक्षा के दौरान विद्युतीकरण और दोहरीकरण पर भी चर्चा की। गोरखपुर कैंट- वाल्मीकिनगर रेलमार्ग के दोहरीकरण के दौरान पनियहवा में गैंग क्वार्टर बनाने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने अधिक से अधिक समपार फाटकों पर अंडर पास बनाने के साथ ही उसपर शेड की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया। वर्तमान वित्तीय वर्ष में 91 अंडरपास बनाए जाने हैं। उन्होंने बस्ती एवं खलीलाबाद स्टेशन के कायाकल्प को भी हरी झंडी दी। गोरखपुर-नौतनवां के मध्य पुल संख्या- 4 पर वाटर लेवल मानिटरिंग सिस्टम लगाने का निर्देश देते हुए बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे के 15 महत्वपूर्ण पुलों पर यह सिस्टम कार्य कर रहा है। एसएमएस के जरिये अधिकारियों को पानी के स्तर की जानकारी मिल रही है।
31 अगस्त तक बनेंगे रेलकर्मियों के मैनुअल पास
रेलवे बोर्ड ने 31 अगस्त तक रेलकर्मियों को मैनुअल पास जारी करने के लिए सभी जोन कार्यालयों को निर्देश जारी कर दिया है। 31 जुलाई तक मैनुअल पास जारी होने थे। दरअसल, बोर्ड ने जनवरी 2021 से ही ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम (एसआरएमएस) पर आनलाइन पास जारी करने का फरमान जारी किया था, लेकिन फेडरेशनों की मांग पर मैनुअल पास जारी करने की तिथि लगातार बढ़ाई जा रही है। कर्मचारी संगठनों ने बोर्ड के इस आदेश का स्वागत किया है। एनई रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री केएल गुप्त और पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री विनोद कुमार राय ने कहा है कि बोर्ड के आदेश के बाद भी पूर्वोत्तर रेलवे में मैनुअल पास नहीं बन रहे हैं। इसको लेकर कर्मचारियों में रोष है।