अब परवान चढ़ेगी मिशन बांबू योजना, उत्पाद बनाना सिखाएगा वन विभाग
मिशन बांबू योजना को रोजगार से जोड़ने की योजना परवान चढ़ने वाली है। बांस के उत्पाद बनाने के लिए निर्मित कामन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) बनकर तैयार है। वन विभाग उत्पाद बनाने के लिए लोगों को प्रशिक्षण शुरू कराने जा रहा है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : मिशन बांबू योजना को रोजगार से जोड़ने की योजना परवान चढ़ने वाली है। बांस के उत्पाद बनाने के लिए निर्मित कामन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) बनकर तैयार है। वन विभाग उत्पाद बनाने के लिए लोगों को प्रशिक्षण शुरू कराने जा रहा है। सब कुछ योजना के अनुसार चला तो अगस्त में पहले बैच का प्रशिक्षण शुरू हो जाएगा। सीएफसी में कोई भी व्यक्ति बांस के उत्पाद बना सकता है। इसके लिए उसे अपना बांस लेकर जाना होगा। उत्पाद बनाने में खर्च हुई बिजली के बिल का ही भुगतान कर उत्पाद बना सकता है।वन विभाग इन उत्पादों के लिए बाजार भी उपलब्ध कराएगा।
बांस की खेती को बढ़ावा देने के लिए किया गया था 37 जिलों का चयन
राज्य मिशन बांबू योजना के तहत बांस की खेती को बढ़ावा देने और इसे रोजगार से जोड़ने के लिए 37 जिलों का चयन किया गया था। इसमें गोरखपुर भी शामिल है। चयनित जिलों में कामन फैसिलिटी सेंटर स्थापित करने की योजना बनाई गई थी। गोरखपुर के लक्ष्मीपुर में यह सेंटर न केवल बनकर तैयार हो गया है, बल्कि बांस के उत्पाद बनाने के लिए अत्याधुनिक उपकरण भी लगा दिए गए हैं। उद्घाटन की औपचारिकता पूरी होने के बाद गोरखपुर के सीएफसी में बांस के उत्पाद बनने शुरू हो जाएंगे।
बंसफोड़ों को किया जाएगा प्रशिक्षित
बांस के उत्पाद बनाने के लिए पहले चरण में बंसफोड़ों को प्रशिक्षित किया जाएगा। क्योंकि बांस से विभिन्न चीजें बनाने के काम से वे पहले से जुड़े हैं। बाद में इच्छुक लोग भी प्रशिक्षण लेकर बांस से तैयार होने वाले उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण ले सकेंगे। इसके लिए वन विभाग, बांस के उत्पाद बनाने से जुड़ी बहराइच की एक निजी संस्था के संपर्क में है। शुरुआत में बांस के फर्नीचर बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। बाद में अन्य चीजें बनाने के लिए भी लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
कामन फैसिलिटी सेंटर बनकर तैयार
प्रभागीय वनाधिकारी अविनाश कुमार ने कहा कि कामन फैसिलिटी सेंटर बनकर तैयार हो गया है। बांस के उत्पाद बनाने के लिए अगस्त में प्रशिक्षण शुरू करने की उम्मीद है। इसके लिए बहराइच जिले की एक संस्था की सेवाएं ली जाएंगी। जल्दी ही बांस के उत्पाद बनने शुरू हो जाएंगे। इससे काफी लोगों को रोजगार भी मिलेगा।