UP Madrasa News: अब एप से पढ़ेंगे मदरसा के छात्र, पाठ्यक्रम में शामिल होंगी एनसीईआरटी की किताबें

मदरसा छात्रों को दीनी तालीम के साथ आधुनिक शिक्षा से जोडऩे के लिए प्रदेश व केंद्र सरकार गंभीरता से काम कर रही है। छात्रों को बेहतर शिक्षा दिलाने के लिए एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम को लागू किया गया। मदरसा खुलने पर बच्‍चे एनसीईआरटी की किताबें पढ़ेंगे।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 29 Jun 2021 09:58 AM (IST) Updated:Tue, 29 Jun 2021 10:05 AM (IST)
UP Madrasa News: अब एप से पढ़ेंगे मदरसा के छात्र, पाठ्यक्रम में शामिल होंगी एनसीईआरटी की किताबें
अब एप से पढ़ेंगे मदरसा के छात्र, पाठ्यक्रम में शामिल होंगी एनसीईआरटी की किताबें

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। जल्द ही प्रदेश भर के मदरसों में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में मदरसा शिक्षा परिषद काम कर रहा है। नए सत्र से छात्र एप की मदद से पढ़ाई करेंगे। शिक्षा परिषद ने एप तैयार करने का प्रस्ताव शासन को भेजा है। इसके अलाव पाठ्यक्रम में भी एनसीइआरटी की किताबें शामिल की जाएंगी। मदरसों को किताबें भेज दी गई हैं।

अभी पुराने पाठ्यक्रम पर ही हो रही है पढ़ाई

मदरसा छात्रों को दीनी तालीम के साथ आधुनिक शिक्षा से जोडऩे के लिए प्रदेश व केंद्र सरकार गंभीरता से काम कर रही है। छात्रों को बेहतर शिक्षा दिलाने के लिए एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम को लागू किया गया। हालांकि मदरसा बंद होने की वजह से पुराने पाठ्यक्रम पर ही आनलाइन पढ़ाई हो रही है। मदरसा खुलने पर बच्‍चे एनसीईआरटी की किताबें पढ़ेंगे।

नई व्यवस्था से शिक्षा के स्तर में आएगा बड़ा बदलाव

मदरसा दारुल उलूम हुसैनिया के प्रधानाचार्य हाफिज नजरे आलम ने बताया कि एप में बहुत सी नई चीजें शामिल होंगी जिसका लाभ बच्‍चों को मिलेगा। अभिभावक भी यह जान सकेंगे कि बच्‍चे क्या पढ़ रहे हैं। नई व्यवस्था से शिक्षा के स्तर में बड़ा बदलाव आएगा।

शिक्षकों को दिया जा रहा आनलाइन प्रशिक्षण

मदरसा शिक्षकों को आनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पहले चरण में 15 दिनों का प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। विभिन्न विश्वविद्यालय, आईआईएम और आईआईटी के लेक्चर-प्रोफेसर मदरसा शिक्षकों को कैसे आनलाइन पढ़ाया जाए इसका प्रशिक्षण दे रहे हैं।

शिक्षकों को तकनीकी रूप से किया जा रहा दक्ष

खूनीपुर स्थित मदरसा अंजुमन इस्लामियां के शिक्षक अजीम फारुकी ने बताया कि पूरे प्रदेश में एक हजार शिक्षकों को प्रशिक्षण द‍िया जा रहा है। निश्चित तौर पर इससे शिक्षकों को बहुत कुछ नया सीखने का मौका मिलेगा। उन्हें तकनीकी रूप से दक्ष किया जा रहा है।

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