अब नहीं चलेगी मनमानी, दफ्तर में बैठकर डीएल का टेस्ट लेंगे अफसर
ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक पर जलजमाव नहीं होगा। अभ्यर्थियों और संबंधित कर्मियों की मनमानी भी नहीं चलेगी। अफसर दफ्तर में बैठकर ही परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस का टेस्ट ले सकेंगे। डीटीआइ भवन में सर्विलांस सिस्टम और वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट लगाने की कवायद शुरू कर दी है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : चरगांवा स्थित चालक प्रशिक्षण केंद्र (डीटीआइ) के ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक पर जलजमाव नहीं होगा। अभ्यर्थियों और संबंधित कर्मियों की मनमानी भी नहीं चलेगी। अफसर अपने दफ्तर में बैठकर ही परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस का टेस्ट ले सकेंगे। परिवहन विभाग ने डीटीआइ भवन में सर्विलांस सिस्टम और वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट लगाने की कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए शासन ने कार्यदायी संस्था को लगभग डेढ़ करोड़ रुपये अवमुक्त भी कर दिए हैं।
ट्रैक पर भी सीसी कैमरे लगाने की योजना
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) श्याम लाल के अनुसार भवन ही नहीं ट्रैक पर भी सीसी कैमरे लगाने की योजना है। संबंधित अधिकारी अपने सिस्टम पर ही टेस्ट ले सकेंगे। साथ ही सभी काउंटरों और ट्रैक की निगरानी भी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि ट्रैक पर पानी लग जाने से टेस्ट प्रभावित हो रहा है। वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट लगाने की प्रक्रिया भी जल्द ही शुरू हो जाएगी।
ट्रांसफार्मर लगाने की शुरू हो चुकी है प्रक्रिया
निर्बाध बिजली के लिए ट्रांसफार्मर भी लगाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। दरअसल, डीटीआइ में ड्राइविंग लाइसेंस से संबंधित समस्त कार्य तो शुरू हो गए हैं, लेकिन अभी तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है। अभी तक कार्यदायी संस्था ने विभाग को भवन हैंडओवर नहीं किया है। हल्की बारिश में ही ड्राइविंग ट्रैक पर जलजमाव हो जा रहा है। ट्रैक पर अभी तक संकेतक भी नहीं लग पाए हैं। परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस के टेस्ट के नाम पर सिर्फ खानापूरी ही हो रही है।
57 चालकों को दी गई यातायात के नियमों की जानकारी
मिशन शक्ति अभियान के तहत डीटीआइ में कैंप के माध्यम से महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने व यातायात के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया गया। अधिकारियों ने प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर 57 चालकों को यातायात के नियमों की जानकारी दी। इस मौके पर संभागीय परिवहन अधिकारी अनीता सिंह सहित समस्त अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।