इंटर की परीक्षा कराने पर प्रबंधक व प्रधानाचार्य को नोटिस

डीआइओएस गिरीश कुमार सिंह ने बताया कि स्कूल प्रबंधन को नोटिस जारी किया गया है। हमारे नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी भी गठित कर दी गई है। एक सप्ताह में यदि स्पष्टीकरण नहीं आया तो विद्यालय की मान्यता निरस्त करने के साथ ही आरोपितों पर मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा। कमेटी अपनी जांच शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 11:15 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 11:15 PM (IST)
इंटर की परीक्षा कराने पर प्रबंधक व प्रधानाचार्य को नोटिस
इंटर की परीक्षा कराने पर प्रबंधक व प्रधानाचार्य को नोटिस

फोटो एसकेटी-12

संतकबीर नगर : कोरोना महामारी से बचाव में माध्यमिक विद्यालय बंद हैं, लेकिन खलीलाबाद ब्लाक के एक विद्यालय में इंटरमीडिएट की छात्राओं को बुलाकर परीक्षा कराई गई। जबकि शासन से बोर्ड परीक्षा निरस्त करके सभी परीक्षार्थियों को प्रोन्नति करने का निर्देश है। मामला संज्ञान में आने पर विभाग सख्त हुआ है। शुक्रवार को जिला विद्यालय निरीक्षक ने प्रबंधक व प्रधानाचार्य को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है।

मामले की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है। जनता एसपी फूला देवी इंटर कालेज में हाईस्कूल में 61 और इंटरमीडिएट में 18 छात्राएं हैं। बीते 10 जून को शासन के निर्देशों की अवहेलना करके छात्राओं को विद्यालय में बुलाकर परीक्षा कराई गई। इस मामले को जागरण ने अपने 11 जून के अंक में प्रमुखता से पेज पांच पर शासन के आदेश को ठेंगा दिखा कराई इंटर की परीक्षा शीर्षक से खबर प्रकाशित किया। इस पर जिला विद्यालय निरीक्षक गिरीश कुमार सिंह ने प्रबंधक नंदलाल यादव और प्रधानाचार्य प्रेमचंद्र को नोटिस जारी किया है। अपने पत्र में डीआइओएस ने लिखा है कि कोविड-19 के संक्रमण से शासन के दिशा निर्देशों के क्रम में परीक्षा निरस्त कर छात्र-छात्राओं को प्रोन्नत किए जाने के संबंध में आपके विद्यालय में अध्ययनरत हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के बच्चों का विवरण विभाग के निर्देश पर आपके द्वारा परिषद की वेबसाइट पर आनलाइन अपडेट किया गया है, बावजूद इसके आप लोगों ने कोविड-19 प्रोटोकाल के आदेश की अवहेलना करके विद्यालय पर छात्राओं को बुलाकर परीक्षा कराई। मनमाने ढंग से पैसा लेकर परीक्षा आयोजित किया जाना गैर कानूनी व नियम विरुद्ध है। कौन सी परीक्षा किसके आदेश पर कराई गई, इसका लिखित स्पष्टीकरण साक्ष्यों सहित तत्काल उपलब्ध कराएं। साथ ही समस्त अभिलेख उत्तरपुस्तिका, प्रश्न पुस्तिका व आयोजित परीक्षा विवरण भी दें। एक सप्ताह में यदि स्पष्टीकरण नहीं मिला तो विद्यालय की मान्यता निरस्त करने की संस्तुति करते हुए संबंधित थाने में एफआइआर दर्ज करवा दी जाएगी।

डीआइओएस गिरीश कुमार सिंह ने बताया कि स्कूल प्रबंधन को नोटिस जारी किया गया है। हमारे नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी भी गठित कर दी गई है। एक सप्ताह में यदि स्पष्टीकरण नहीं आया तो विद्यालय की मान्यता निरस्त करने के साथ ही आरोपितों पर मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा। कमेटी अपनी जांच शुरू कर दी है।

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