गृहमंत्री अम‍ित शाह से मिले निषाद पार्टी के मुख‍िया डा. संजय निषाद, UP सरकार में मांगी हिस्सेदारी

निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद एवं संतकबीर नगर के सांसद प्रवीण निषाद ने दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर यूपी सरकार में निषाद पार्टी का भी प्रतिनिधित्व देने की मांग की। दोनो नेताओं के बीच करीब आधे घंटे की बैठक मेंं कई मुद्दों पर चर्चा हुई।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 01:25 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 01:25 PM (IST)
गृहमंत्री अम‍ित शाह से मिले निषाद पार्टी के मुख‍िया डा. संजय निषाद, UP सरकार में मांगी हिस्सेदारी
द‍िल्‍ली में अमि‍त शाह से म‍िलते संजय निषाद व प्रवीण निषाद। - संजय न‍िषाद के कार्यालय द्वारा जारी तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में भले ही काफी वक्त बचा हो, लेकिन चुनाव को लेकर राजनीतिक गोटियां बिछना शुरू हो गई है। गुरुवार को निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद एवं संतकबीर नगर के सांसद प्रवीण निषाद ने दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की।

निषाद समाज को अनुसूचित जाति का आरक्षण देने की मांग भी की

डा. निषाद ने यूपी सरकार में प्रतिनिधित्व एवं निषाद समाज को अनुसूचित जाति का आरक्षण देने की मांग रखी। इसी मुद्दे को लेकर शुक्रवार को भी डा. निषाद की गृहमंत्री से मुलाकात करेंगे। डा. निषाद ने बताया कि गृहमंत्री ने आश्वासन दिया है कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा।

आधे घंटे तक चली बैठक

2019 में हुए लोकसभा चुनाव में निषाद पार्टी ने भाजपा का साथ दिया था। हालांकि उसके बाद दोनों दलों के बीच बहुत अच्छे रिश्ते नहीं रहे हैं। निषाद समाज को आरक्षण समेत कई मुद्दे को लेकर निषाद पार्टी कई बार प्रदर्शन कर चुकी है। एक बार सदर सांसद रवि किशन शुक्ला के आवास का घेराव भी कर चुके हैं। प्रदेश सरकार में फेरबदल की सूचना पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद सांसद प्रवीण निषाद गृहमंत्री से मिलकर सरकार में निषाद पार्टी का भी प्रतिनिधित्व देने की मांग की। करीब आधे घंटे की बैठक मेंं कई मुद्दों पर चर्चा हुई।

सकारात्मक जवाब लेकर लौटे संजय न‍िषाद

डा. निषाद ने कहा कि लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टी ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था जिसका परिणाम बहुत अच्छा रहा। गठबंधन नीति के तहत पंचायत चुनाव भी दोनों दलों को साथ मिलकर लडऩा था, लेकिन दोनों दलों के बीच किन्ही कारणों से तालमेल नहीं बैठ पाया। अलग-अलग चुनाव लडऩे पर दोनों दलों को नुकसान उठाना पड़ा। निषाद पार्टी विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लडऩा चाहती है। इससे दोनों दलों को फायदा होगा। उन्होंने बताया कि गृहमंत्री से आरक्षण के मुद्दे पर भी चर्चा हुई है, जिसपर उन्होंने सकारात्मक जवाब दिया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री से मिलकर भी अपनी बात रखने की कोशिश करेंगे।

chat bot
आपका साथी