संत कबीर नगर में निर्मला सुना रहीं रामकथा, व्यवस्था संभाल रहे शमीम
संत कबीर नगर कौमी एकता की मिसाल देखना है तो बखिरा के झुंगिया काली मंदिर पर चले आइए। यहां चल रहे नौ दिवसीय विष्णु महायज्ञ में वाराणसी के वृंदावन धाम की निर्मला पांडेय लोगों को श्रीराम कथा सुना रहीं हैं और यज्ञ की व्यवस्था शमीम अख्तर अंसारी संभाल रहे हैं।
संत कबीर नगर: कौमी एकता की मिसाल देखना है तो बखिरा के झुंगिया काली मंदिर पर चले आइए। यहां चल रहे नौ दिवसीय विष्णु महायज्ञ में वाराणसी के वृंदावन धाम की निर्मला पांडेय लोगों को श्रीराम कथा सुना रहीं हैं और यज्ञ की व्यवस्था शमीम अख्तर अंसारी संभाल रहे हैं। यज्ञ स्थल पर चल रहे भंडारे की जिम्मेदारी भी उन्हीं के ही जिम्मे है। हर दिन सैकड़ों लोग प्रसाद पाते हैं।
ऐसा भी नहीं है कि यज्ञ आरंभ होने के बाद वह इसमें शामिल हुए बल्कि इसकी रूपरेखा बनने में भी प्रमुख भूमिका निभाई। एक लाख एक हजार का स्वयं चंदा देने के साथ ही अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को भी यज्ञ से जोड़ा। यज्ञकर्ता चेतन दास फलहारी, यज्ञाचार्य नवनीत मिश्र, आदित्य मिश्र के साथ नौ दिन चल चलने वाले प्रवचन, आरती, भंडारा और राम-कृष्ण की लीलाओं के मंचन से क्षेत्र के लोगों को जोड़ा। सुबह से देर रात तक वह यज्ञ स्थल पर व्यवस्था बनाने में जुटे रहते हैं। भगवान की आरती शमीम की उपस्थिति में ही होती है। सुबह-शाम चलने वाले भंडारे की सारी व्यवस्था उन्हीं के जिम्मे है।
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मैं भारत का मुसलमान : शमीम
लेडुआ-महुआ के निवर्तमान प्रधान शमीम अख्तर अंसारी कहते हैं कि वह भारत के मुसलमान हैं। अपनी सभ्यता व संस्कृति को ठीक प्रकार से जानते हैं। देश की आजादी के दौर के इतिहास को भी उन्होंने पढ़ा है। हर कदम पर हिदू -मुसलमान-सिख व इसाई एक साथ रहे हैं। अपने देश की परंपराओं को जीवंत रखने के लिए वह हमेशा सहयोग करते रहेंगे। बखिरा क्षेत्र में हमेशा हिदू-मुसलमान भाई बनकर रहे हैं। हमारे मोहर्रम और ईद में जब हिदू भाई शामिल होते हैं तो हम क्यों नहीं?