Night Curfew in Gorakhpur: सुबह दस बजे ही खुल गईं दुकानें, शाम को आठ बजे बंद होंगी

कोरोना के बढ़ते हुए मामले पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन ने रविवार से नाइट कर्फ्यू लगाया है। इसके तहत रात नौ से सुबह छह बजे तक आम लोगों के आवाजाही पर रोक रहेगी। नाइट कर्फ्यू का असर रविवार को सुबह ही दिखाई दिया।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 01:07 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 01:07 PM (IST)
Night Curfew in Gorakhpur: सुबह दस बजे ही खुल गईं दुकानें, शाम को आठ बजे बंद होंगी
गोरखपुर में रविवार से राइट कर्फ्यू लगने जा रहा है। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना के बढ़ते हुए मामले पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन ने रविवार से नाइट कर्फ्यू लगाया है। इसके तहत रात नौ से सुबह छह बजे तक आम लोगों के आवाजाही पर रोक रहेगी। नाइट कर्फ्यू का असर रविवार को सुबह ही दिखाई दिया। शहर के अधिकांश हिस्सों में पचास फीसद दुकानें सुबह 10 बजे खुल गई। आमतौर पर दुकानें 11 बजे के बाद ही खुलती हैं।

जल्‍दी खोलकर जल्‍दी बंद करेंगे दुकानें

रेती, गीता प्रेस रोड, अलीनगर, शाहमारुफ, पांडेयहाता एवं घंटाघर आदि व्यवसायिक इलाकों में सुबह दस बजे से ही दुकानें खुलनी शुरू हो गई। खासतौर पर कपड़े की दुकानें अन्य दिनों के मुकाबले जल्दी खुल गई। रविवार को गोलघर एवं सिनेमा रोड पर साप्ताहिक बंदी रहती है इसलिए वहां सन्नाटा पसरा रहा। रेती के रेडीमेड व्यापारी मोहम्मद अफरोज ने बताया कि नाइट कफ्र्यू को देखते हुए दुकान खोलने एवं बंद करने के समय में बदलाव किया गया है। कर्मचारियों को सुबह दस बजे आने को कहा गया है ताकि रात आठ बजे तक दुकान बंद की जा सके। समय की पाबंदी को ध्यान में रखते हुए दुकान जल्दी खोलेंगे और जल्दी बंद करेंगे।

नौ बजे के कर्फ्यू लेकिन आठ बजे ही बंद होंगी दुकानें

शाहमारुफ के कारोबारी संजय सिंह ने बताया कि गर्मी के दिनों में आमतौर पर लोग शाम छह बजे के बाद खरीदारी करने निकलते थे, लेकिन पाबंदी की वजह से अब ग्राहक सुबह निकलेगा। इसको ध्यान में रखते हुए दुकान खोलने व बंद करने के समय में बदलाव किया गया है। गीता प्रेस रोड के साड़ी कारोबारी पवन कुमार ने बताया कि ग्राहकों की वजह से अक्सर दुकान बंद करने में विलंब हो जाता था, लेकिन अब समय का ध्यान रखा जाएगा। रात आठ बजते ही दुकान बढ़ाना शुरू कर दिया जाएगा, क्योंकि सामान समेटने में आधा घंटा लग जाता है। घर पहुंचने के लिए कर्मचारियों के पास भी आधे घंटे का वक्त रहेगा।

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