चाची के साथ छेड़खानी, अश्लील फोटो बनाकर किया वायरल Gorakhpur News
12 नवंबर को भतीजा जबरन कमरे में घुस गया। उसके साथ छेडख़ानी की और अश्लील फोटो बनाकर वायरल कर दिया। आरोप है कि उसने धमकी दी थी कि किसी से कहने पर जहर देकर मार दूंगा। उसके बाद पति ने उसे घर से निकाल दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। खोराबार क्षेत्र की रहने वाली महिला ने अपने जेठ के बेटे पर छेडख़ानी व आपत्तिजनक फोटो वायरल करने का आरोप लगाया है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने आरोपित को हिरासत में लिया है। महिला ने तहरीर में लिखा है कि 12 नवंबर को भतीजा जबरन कमरे में घुस गया। उसके साथ छेडख़ानी की और अश्लील फोटो बनाकर वायरल कर दिया। आरोप है कि उसने धमकी दी थी कि किसी से कहने पर जहर देकर मार दूंगा। 25 नवंबर को इस बात को लेकर घर में झगड़ा भी हुआ था, जिसके बाद पति ने उसे घर से निकाल दिया। पति ने तीनों बच्चों को अपने पास रख लिया है। तबसे वह मायके में है। 27 नवंबर को भाई के साथ थाने पहुंचकर महिला ने तहरीर दी थी।
बंदियों से मुलाकात पर 10 दिसंबर तक रोक
जिला कारागार में निरुद्ध बंदियों की मुलाकात पर 10 दिसंबर तक रोक लगा दी गई है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक डा. रामधनी ने बताया कि बंदियों की मुलाकात उनके परिजनों, शुभङ्क्षचतकों व मित्रों से नहीं हो पाएगी। केवल सामान जमा कराने की छूट होगी। कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से मुलाकात पर लगी रोक को आगे बढ़ाया गया है।
नशीला पाउडर के साथ युवक गिरफ्तार
गोरखनाथ पुलिस ने मंगलवार सुबह नशीले पाउडर के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया। उसकी पहचान कैंपियरगंज के परसौनी मछलीगांव निवासी बालकेश के रूप में हुई। प्रभारी निरीक्षक रामज्ञा सिंह ने बताया कि पकड़ा गया युवक ट्रेन, बस व आटो से आने-जाने वाले लोगों के साथ जहरखुरानी करता है। एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर दोपहर में आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया।
कोर्ट में आरोप पत्र नहीं भेज रहे सीओ कैंट
तिवारीपुर के अंधियारीबाग निवासी राजीव श्रीवास्तव ने प्रेस विज्ञप्ति में सीओ कैंट पर कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल न करने का आरोप लगाया है। राजीव का कहना है कि मुकदमे में सुलह न करने पर अधिवक्ता के सहयोगियों ने कचहरी में उन्हें पीट दिया। पुलिस ने बीच-बचाव कर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया था। कैंट पुलिस ने इस मामले में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। साक्ष्य के आधार पर विवेचक ने सीओ कैंट कार्यालय में आरोप पत्र भेज दिया, लेकिन सीओ आरोपितों के प्रभाव में आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल नहीं कर रहे हैं।