Indo-Nepal Border: नेपाली अधिकारियों ने 54 भारतीय पर्यटकों को सीमा से किया वापस, ये है कारण

नेपाल में पर्यटकों को सशर्त प्रवेश की अनुमति मिलने के बाद महराजगंज जिले की सोनौली सीमा पर पर्यटकों की भारी उमड़ रही है। कुछ पर्यटक प्रवेश के शर्तों के कागजात न लाने के कारण सीमा से वापस लौटा दिए गए।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 06:45 AM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 06:45 AM (IST)
Indo-Nepal Border: नेपाली अधिकारियों ने 54 भारतीय पर्यटकों को सीमा से किया वापस, ये है कारण
सोनौली सीमा पर रोके गए भारतीय पर्यटक। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : नेपाल में पर्यटकों को सशर्त प्रवेश की अनुमति मिलने के बाद महराजगंज जिले की सोनौली सीमा पर पर्यटकों की भारी उमड़ रही है। कुछ पर्यटक प्रवेश के शर्तों के कागजात न लाने के कारण सीमा से वापस लौटा दिए गए। 54 भारतीय नागरिकों को कोविड टीकाकरण का प्रमाण पत्र व आरटीपीसीआर रिपोर्ट न होने के कारण वापस लौटा दिया गया। वहीं कई पर्यटक कागजात के नाम पर वसूली का शिकार हो रहे हैं। बीते दिनों राजस्थान के दंपति संजय अग्रवाल व नीतू अग्रवाल के छह सदस्यीय परिवार एक नेपाली नंबर की कार से काठमांडू जा रहे थे।

पांच हजार रुपये वसूलने का आरोप

आरोप है कि नारायण घाट में पुलिस ने उनसे कोविड जांच की रिपोर्ट मांगी, लेकिन उनके पास जांच के प्रमाण पत्र नहीं थे। आरोप है कि पुलिस कर्मियों ने उनसे पांच हजार रुपये वसूले। सोनौली बार्डर से सैकड़ों पर्यटक नेपाल जा रहे हैं, जिसमें से सोमवार को 27 व मंगलवार को 39 लोग आरटीपीसीआर रिपोर्ट दिखाने के बाद नेपाल गए। शेष कोविड टीकाकरण रिपोर्ट दिखाने के बाद नेपाल प्रवेश किए।

सरहद पर सक्रिय हुए सीमा पार कराने वाले दलाल

सरहद पर पर्यटकों को सीमा पार कराने के लिए दर्जनों दलाल सक्रिय हो गए हैं। जो कि सोनौली के एक नंबर व दो नंबर गली, श्यामकाट, केवटलिया व भगवानपुर से पर्यटकों को सीमा पार करा रहे हैं।

कागजी औपचारिकता पूरी करने के बाद ही प्रवेश के दिए गए हैं निर्देश

रुपनदेही के सीडीओ ऋषि राम तिवारी ने कहा कि प्रवेश की कागजी औपचारिकता पूरी करने के बाद ही पर्यटकों को प्रवेश अनुमति दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं। वसूली की शिकायत नहीं मिली हैं। शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

शिक्षिका की तलाश में पुलिस ने सार्वजनिक स्थानों पर लगाया पोस्टर

श्यामदेउरवा थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बनकटिया  प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत रही प्रीति द्विवेदी की तलाश में पुलिस ने सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर लगाया है। फर्जी मार्कशीट के आधार पर कार्य करने की जानकारी विभाग को मिलने पर जांच शुरू की गई। शिक्षिका को विभाग ने नोटिस जारी किया। जानकारी होते ही विद्यालय से बिना किसी सूचना के विद्यालय आना छोड़ दिया। जांच में अभिलेख फर्जी पाए जाने पर वर्ष 2019 में थाना श्यामदेउरवा में मुकदमा पंजीकृत कर पुलिस तलाश में लगी है। पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने फरार चल रही शिक्षिका की जानकारी देने वालों को नकद पुरस्कार  की घोषणा की है। पुलिस ने मंगलवार को क्षेत्र के सार्वजनिक स्थानों पर शिक्षिका की फोटो सहित पोस्टर को चस्पा किया।

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