नेपाल पुलिस भी यूपी के इनामी बदमाशों पर रखेगी नजर, सभी थानों में चस्पा होगी बदमाशों की फोटो
गोरखपुर जोन के एडीजी की पहल पर गोरखपुर जोन के इनामी बदमाशों पर नेपाल पुलिस भी नजर रखेगी। जोन के इनामी बदमाशों का विवरण व फोटो नेपाल पुलिस को शीघ्र दिया जाएगा जिससे वहां भी नजर रखी जा सके।
गोरखपुर, जितेन्द्र पाण्डेय। गोरखपुर जोन के इनामी बदमाशों पर नेपाल पुलिस भी नजर रखेगी। एडीजी इसकी तैयारी कर रहे हैं कि जोन के जो भी इनामी बदमाश हैं, उनका विवरण व फोटो नेपाल पुलिस को दिया जाए, जिससे वहां भी नजर रखी जा सके। जोन पुलिस का मानना है कि बदमाशों की तस्वीर होने से नेपाल पुलिस अपने यहां सतर्कता बरत सकेगी।
शांति व्यस्था के लिए अपने क्षेत्र में भी निगरानी करेगी नेपाल पुलिस
इनामी बदमाशों को लेकर शुरू हुई छानबीन में यह पता चला है कि पचास हजार के 12 इनामी बदमाशों में से चार नेपाल में हैं। यह भारतीय क्षेत्रों में आपराधिक वारदातों को अंजाम देते रहे हैं। एडीजी अखिल कुमार ने बताया कि मित्र राष्ट्र होने के कारण नेपाल पुलिस के अधिकारियों को यह बताना जरूरी है कि जोन से भागे हुए बदमाश कहीं नेपाल में अपराध न कर रहे हों। उन्होंने कहा कि भारत-नेपाल खुली सीमा होने से अन्य बदमाशों के नेपाल जाने की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता है। हर तीन माह पर नेपाल के पुलिस अधिकारियों से मीटिंग में सीमाई क्षेत्र के अपराध पर चर्चा होती है। इस बार की चर्चा जोन के इनामी बदमाशों पर होगी।
नेपाल के 16 थानों से सटी है यूपी की सीमा
गोरखपुर जोन की सीमा से नेपाल के रूपनदेही जिले के मधुबेनिया, मझगांवा, बेलाटारी, कपिलवस्तु जिले के महराजगंज, कृष्णानगर, तौलिहवा सहित 16 थाने लगते हैं। एडीजी का कहना है कि पहली कोशिश होगी कि नेपाल के इन थानों में बदमाशों की फोटो पहुंच जाए। वहां के जरिये नेपाल में जगह-जगह उनकी फोटो पहुंच जाएगी। इससे नेपाल सीमाई क्षेत्र में घुसते ही बदमाश लोगों की नजर में आ सकेंगे।
नेपाल पुलिस के अधिकारियों के साथ प्रत्येक तीन माह पर बैठक होती हैं। इसमें अपराध को लेकर सूचनाओं का आदान-प्रदान होता है। इस बार इनामी बदमाशों को लेकर चर्चा की जाएगी। बदमाशों की फोटो नेपाल के अधिकारियों को दी जाएगी, ताकि वहां के थानों में फोटो चस्पा हो सके। ढाई लाख के इनामी राघवेंद्र की भी फोटो भी दी जाएगी। हो सकता है कि वह नेपाल में ही हो। - अखिल कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, गोरखपुर जोन।