Primary Education: प्राइमरी स्कूलों में अगले सत्र से लागू होगा NCERT का पाठ्यक्रम
यूपी के प्राइमरी स्कूलों में इस वर्ष भी एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू नहीं होगा। विभागीय तैयारी नहीं होने के कारण अब इसे शैक्षिक सत्र 2022-23 से लागू किया जा सकता है। इससे पहले सत्र 2021-22 से कक्षा एक में पाठ्यक्रम लागू करने की घोषणा की गई थी।
गोरखपुर, जेएनएन। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में इस वर्ष भी राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) पाठ्यक्रम लागू नहीं होगा। बताया जा रहा है कि विभागीय तैयारी नहीं होने के कारण अब इसे शैक्षिक सत्र 2022-23 से लागू किया जा सकता है। इससे पहले सत्र 2021-22 से कक्षा एक में पाठ्यक्रम लागू करने की घोषणा की गई थी।
योजना के क्रियान्वयन के लिए प्रदेश सरकार ने पहले शिक्षकों को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया था। जिसके तहत पहले ब्लाक संदर्भदाताओं को आनलाइन प्रशिक्षित किया। उसके बाद फरवरी व मार्च में ब्लाक स्तर पर अन्य शिक्षकों को माड्यूल के अनुसार प्रशिक्षित किया। हालांकि कोरोना के कारण सभी शिक्षकों को प्रशिक्षित नहीं किया जा सका और अभी भी अधिकांश शिक्षक प्रशिक्षण से वंचित हैं।
यह थी योजना
पहले सत्र 2020-21 में शिक्षकों को प्रशिक्षित कर पहली कक्षा में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू करने की योजना थी। इसके बाद धीरे-धीरे अगली कक्षाओं में इसे लागू किया जाना था। ताकि सत्र 2025-26 तक कक्षा एक से आठ तक की सभी कक्षाओं में चरणबद्ध तरीके से पाठ्यक्रम लागू किया जा सके। प्रशिक्षण के लिए पहले विशेष योग्यता वाले शिक्षकाें का चयन होना था। साथ ही प्रशिक्षण के लिए चयनित शिक्षकों को एनसीईआरटी की एक सेट किताबें भी दी जानी थी। लेकिन फिलहाल पाठ्यक्रम लागू किए जाने की योजना इस सत्र में टल गई है। अब अगले सत्र में ही लागू होने की संभावना है।
फिलहाल एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू करने की योजना एक वर्ष के लिए स्थगित कर दी गई है। अब अगले सत्र से ही इसे लागू किया जाएगा। जिसके बाद अगली कक्षाओं में चरणबद्ध तरीके से लागू होगा। - डा.सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह, निदेशक, बेसिक शिक्षा।
परीक्षा केंद्रों पर बनेंगे आइसोलेशन वार्ड
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की आगामी आठ मई से शुरू होने वाली परीक्षा की तैयारियां अंतिम चरण है। इस बीच प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों ने बोर्ड की चिंता बढ़ा दी है। छात्रों के हितों का ध्यान रखते हुए और कोई भी छात्र परीक्षा से वंचित न हो इसको देखते हुए बोर्ड ने परीक्षा केंद्रों पर आइसोलेशन वार्ड बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि अभी ने इसको लेकर जिला विद्यालय निरीक्षकों को कोई निर्देश जारी नहीं किया है, लेकिन अंदर ही अंदर इसकी तैयारी शुरू कर दी है।
शासन का निर्देश मिलते ही बोर्ड आदेश जारी कर देगा। बोर्ड ने योजना बनाई है कि परीक्षा के दौरान प्रत्येक केंद्रों पर थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था होगी। केंद्र में प्रवेश से पूर्व छात्र की थर्मल स्कैनिंग की जाएगी। यदि जांच किसी परीक्षार्थी का तापमान अधिक पाया जाता है या फिर उसे सर्दी, खांसी व जुकाम है तो उसके परीक्षा अलग कमरे में बैठाकर परीक्षा दिलाया जाएगा।