27 किलोमीटर साइकिल चलाकर आने वाले चालक को नगर आयुक्त ने किया सम्मानित, जानिए पूरा मामला

नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने मैजिक चालक रविंद्र यादव समेत चार कर्मचारियों को नगर निगम में सम्मानित किया। उनवल का रहने वाला रविंद्र यादव रोजाना 27 किलोमीटर साइकिल चलाकर नगर निगम स्टोर आता है और मैजिक वाहन लेकर शहर का कूड़ा उठाता है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 08 Sep 2021 04:31 PM (IST) Updated:Wed, 08 Sep 2021 04:31 PM (IST)
27 किलोमीटर साइकिल चलाकर आने वाले चालक को नगर आयुक्त ने किया सम्मानित, जानिए पूरा मामला
चालक रविंद्र यादव को हाटकेस देते नगर आयुक्त अविनाश सिंह। सौ.नगर निगम।

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने मैजिक चालक रविंद्र यादव समेत चार कर्मचारियों को नगर निगम में सम्मानित किया। उनवल का रहने वाला रविंद्र यादव रोजाना 27 किलोमीटर साइकिल चलाकर नगर निगम स्टोर आता है और मैजिक वाहन लेकर शहर का कूड़ा उठाता है। नगर आयुक्त ने कहा कि रविंद्र ऐसे ही काम करता रहेगा तो छह महीने बाद उसे बाइक दी जाएगी। साथ ही पत्नी के लिए दुकान आवंटित की जाएगी।

सुबह पांच बजे सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने निकले थे नगर आयुक्त

सुबह पांच बजे नगर आयुक्त सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने निकल गए थे। सुबह सात बजे मैजिक लेकर जा रहे चालक रविंद्र यादव को रोक कर उन्होंने बात की। उन्होंने चालक के बारे में जानकारी ली तो पता चला कि वह शहर का कूड़ा दो चक्कर उठाता है। नगर आयुक्त ने बताया कि ईमानदारी, सत्यनिष्ठा और कर्तव्यनिष्ठा का सम्मान होना चाहिए। सफाई निरीक्षक रामविजय पाल, सुपरवाइजर छेदीलाल और डीसीएम चालक आजम खान को भी सम्मानित किया गया है। अच्छा कार्य करने वालों को लगातार सम्मानित किया जाएगा।

एक साल से गायब सफाईकर्मी बर्खास्त

नगर निगम से एक साल से गायब सफाईकर्मी महेंद्र कुमार को नगर आयुक्त ने बर्खास्त कर दिया है। नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने बताया कि काम न करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। नोटिस के बाद भी जो लोग काम पर नहीं आएंगे उन्हें बर्खास्त किया जाएगा।

गोड़धोइया नाले से अतिक्रमण हटाने को संयुक्त टीम गठित, इसी हफ्ते होगा सर्वे

गोड़धोइया नाले को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए पीडब्लूडी, जीडीए व नगर निगम की संयुक्त टीम इसी सप्ताह सर्वे का कार्य शुरू करेगी। तीनों विभाग मिलकर गोड़धोइया नाले को पूरी तरह अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए कार्ययोजना तैयार करेंगे। करीब नौ किलोमीटर लंबे इस नाले के अधिकांश हिस्से पर अतिक्रमण कर सैकड़ों की संख्या में घर बना लिए गए हैं। 2016 में भी सीएनडीएस ने सर्वे कर गोड़धोइया नाले को पक्का करने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिल सकी थी। 

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