परिषदीय स्कूलों की कक्षाओं में चस्पा होगी प्रेरणा तालिका, किया जाएगा गुणवत्ता का आकलन Gorakhpur News
परिषदीय स्कूलों में छात्र-छात्राओं को दी जा रही शिक्षा की गुणवत्ता का आकलन अब प्रेरणा तालिका पर होगा। इसके लिए शासन ने प्राइमरी स्कूलों की सभी कक्षाओं में प्रेरणा तालिका चस्पा करने का निर्देश दिया है। प्रेरणा तालिका का उपयोग एक अप्रैल से शुरू होगा।
गोरखपुर, जेएनएन : परिषदीय स्कूलों में छात्र-छात्राओं को दी जा रही शिक्षा की गुणवत्ता का आकलन अब प्रेरणा तालिका पर होगा। इसके लिए शासन ने प्राइमरी स्कूलों की सभी कक्षाओं में प्रेरणा तालिका चस्पा करने का निर्देश दिया है। प्रेरणा तालिका का उपयोग एक अप्रैल से शुरू होगा। इसका उद्देश्य मिशन प्रेरणा के प्रभावी क्रियान्वयन के साथ ही प्रेरणा लक्ष्य प्राप्त करना है, इससे समय-समय पर बच्चों पर भी नजर रखी जा सकेगी। उनकी प्रगति के बारे में भी आसानी से पता चल सकेगा।
क्या है प्रेरणा तालिका
प्रेरणा तालिका कक्षा एक से पांच तक के हिंदी व गणित विषय के लिए है। इसमें हिंदी व गणित विषयों के लर्निंग आउटकम के सापेक्ष छात्रों की प्रगति को अंकित किया जाएगा। यही नहीं शिक्षक प्रत्येक लर्निंग आउटकम के सापेक्ष छात्रों की प्रगति के सापेक्ष जैसे कक्षा शिक्षण के दौरान अवलोकन, समूह कार्य, बोलना, लिखित कार्य या फिर कक्षा स्तरीय टेस्ट के माध्यम से ज्ञात करेंगे। प्रधानाध्यापक द्वारा समय-समय पर एवं एआरपी द्वारा सपोर्टिव सुपरविजन के समय प्रेरणा तालिका का प्रमाणीकरण किया जाएगा।
तालिका के विवरण की सत्यता जांचेंगे बीएसए व बीईओ
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी व खंड शिक्षाधिकारी विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान कक्षा में चस्पा प्रेरणा तालिका में अंकित विवरण की सत्यता की जांच करेंगे। यदि कोई कमी मिलती है तो उस विद्यालय के प्रधानाध्यापक, अध्यापक, एसआरजी व एआरपी को मार्गदर्शन करते हुए प्रेरित करेंगे।
कक्षाओं में प्रेरणा तालिका चस्पा करने का दिया है आदेश
बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह ने कहा कि मिशन प्रेरणा के प्रभावी क्रियान्वयन तथा लक्ष्य प्राप्ति के लिए महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने कक्षाओं में प्रेरणा तालिका चस्पा करने का आदेश दिया है। इसका हर हाल में शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित किया जाएगा। सभी खंड शिक्षाधिकारियों को इस निर्देश के तहत एक अप्रैल से प्रेरणा तालिका चस्पा करने के साथ ही उसमें बच्चों का नाम लिखना, भरना व उनकी प्रगति को अंकित करने को कहा गया है।