मां और भाइयों ने मिलकर की थी रेलकर्मी की हत्या, सभी गिरफ्तार

मियां बाजार हरिजन बस्ती के रहने वाले बेचन प्रसाद रेलकर्मी थे। उनकी मौत के बाद चार भाइयों में सबसे बड़े प्रेम शंकर को उनकी जगह नौकरी मिल गई। मां और भाई वेतन के आधे रुपये देने के लिए प्रेम शंकर पर दबाव बना रहे थे।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Tue, 27 Oct 2020 06:17 PM (IST) Updated:Tue, 27 Oct 2020 06:17 PM (IST)
मां और भाइयों ने मिलकर की थी रेलकर्मी की हत्या, सभी गिरफ्तार
रेलकर्मी की हत्‍या करने वाले दोनो भाई पुलिस हिरासत में।

गोरखपुर, जेएनएन। रेलकर्मी प्रेम शंकर उर्फ बच्चा की हत्या मां और भाइयों ने मिलकर की थी। कोतवाली पुलिस ने मंगलवार की सुबह आरोपित दोनो भाइयों को गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल राड और डंडा बरामद हुआ।

आधा वेतन मांग रहे थे भाई और मां

एसपी सिटी डा. कौस्तुभ, सीओ कोतवाली वीपी सिंह ने मंगलवार दोपहर पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मियां बाजार हरिजन बस्ती के रहने वाले बेचन प्रसाद रेलकर्मी थे। उनकी मौत के बाद चार भाइयों में सबसे बड़े प्रेम शंकर को उनकी जगह नौकरी मिल गई। कुछ दिन बाद प्रेम शंकर अपनी मां और भाइयों से अलग हो गया। भाई मजदूरी और गाड़ी चलाकर जीविका चलाते थे। पिता की जगह नौकरी मिलने का हवाला देते हुए वह वेतन के आधे रुपये देने के लिए प्रेम शंकर पर दबाव बना रहे थे। इसको लेकर कई बार विवाद हुआ। शिकायत मिलने पर पुलिस ने दोनों पक्ष का शांति भंग में चालान किया था।

भाइयों ने दरवाजे पर ही घेरकर पीटा बड़े भाई को

नौकरी के अलावा प्रेम शंकर बक्शीपुर में बच्चा बैंड के नाम से बैंडबाजे की दुकान भी चलाते थे। सोमवार की शाम को प्रेम शंकर बाजार से पैदल घर लौट रहे थे। दरवाजे पर ‌छोटे भाई विधाता और हेमंत ने घेर लिया। आरोप है कि कहासुनी के बाद विधाता व हेमंत ने अपनी मां कलावती के साथ मिलकर डंडे और राड से प्रेम शंकर पर हमला कर दिया। सिर में चोट लगने से प्रेम शंकर अचेत हो गया। गंभीर हाल में परिवार के लोग उसे जिला अस्पताल ले गए जहां मौत हो गई। वारदात के बाद आरोपित घर पर ताला बंद कर फरार हो गए। रेलकर्मी की पत्नी मृदुला ने आरोपितों के खिलाफ हत्या और धमकी देने का केस दर्ज कराया था।

chat bot
आपका साथी