वाराणसी मंडल के 50 से अधिक स्टेशनों पर सोते पाए गए अधिकतर रेलकर्मी
साइड लाइन (शहर के आसपास वाले) के छोटे रेलवे स्टेशनों पर तैनात कर्मियों की मनमानी नहीं चलेगी। उन्हें अब हरपल अलर्ट रहना होगा। निरीक्षण में अगर सोते मिले तो उनके खिलाफ कार्रवाई तो होगी ही संबंधित पर्यवेक्षक भी नपेंगे।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। साइड लाइन (शहर के आसपास वाले) के छोटे रेलवे स्टेशनों पर तैनात कर्मियों की मनमानी नहीं चलेगी। उन्हें अब हरपल अलर्ट रहना होगा। निरीक्षण में अगर सोते मिले तो उनके खिलाफ कार्रवाई तो होगी ही संबंधित पर्यवेक्षक भी नपेंगे।
छोटे स्टेशनों पर बढाई गई निगरानी
दरअसल, रेलवे प्रशासन ने कोहरे में संरक्षा को और मजबूत करने के उद्देश्य से छोटे स्टेशनों की निगरानी बढ़ा दी है। ताकि, दुर्घटनाओं पर पूरी तरह अंकुश लगाया जा सके। इसके लिए यातायात निरीक्षकों को संबंधित कर्मचारियों की काउंसिङ्क्षलग करने के लिए भी निर्देशित किया गया है। इस आशय का दिशा-निर्देश भी जारी हो गया है।
वाराणसी मंडल में सोते मिले थे कर्मयारी
जानकारों के अनुसार वाराणसी मंडल परिचालन विभाग के औचक निरीक्षण अभियान में 50 से अधिक स्टेशनों पर तैनात अधिकतर कर्मचारी रात के समय सोते हुए मिले हैं। कुछ मौके से गायब थे तो कई के मोबाइल बंद थे। कर्मचारियों की इस लापरवाही पर अधिकारियों के कान खड़े हो गए हैं। फिलहाल, लापरवाह कर्मचारियों की सूची तैयार कराई गई है। वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक ने समस्त यातायात निरीक्षकों को निर्देशित किया है कि कर्मचारियों की काउंसिलिंग करें।
सोते मिलने पर होगी कार्रवाई
इसके बाद भी कर्मचारी सोते हुए पाए जाते हैं तो पर्यवेक्षक के खिलाफ भी अनुशासनिक कार्रवाई सुनिश्चित करें। यहां जान लें कि रात के समय स्टेशनों पर तैनात अधिकतर कर्मचारी लापरवाही बरतते हैं। कोहरे के समय संरक्षा प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है।
बिना मास्क के पकडे गए 150 यात्री
रेलवे स्टेशन पर चल रहा बिना मास्क के खिलाफ जांच अभियान और तेज हो गया है। स्टेशन डायरेक्टर आशुतोष गुप्ता की टीम ने दो दिन में बिना मास्क के चार सिपाहियों और एक डाक्टर सहित 151 यात्रियों को पकड़ा है। पकड़े गए लोगों से जुर्माना के रूप में करीब 27 हजार रुपये की वसूली की गई है। स्टेशन डायरेक्टर के अनुसार यह अभियान छठ पर्व तक लगातार चलेगा। जांच टीम में डीके श्रीवास्तव, विशाल श्रीवास्तव, सुनीता और किरन आदि सहित टिकट चेकिंग स्टाफ और सुरक्षा बल के जवान भी शामिल रहे।