चार करोड़ रुपये से अधिक डकार गए फर्जी गुरुजी, अब वसूली की तैयारी

जिले में फर्जी शिक्षकों के पकड़े जाने का मामला अभी थम नहीं रहा है। अब वसूली की तैयारी चल रही है।

By Edited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 09:19 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 09:19 AM (IST)
चार करोड़ रुपये से अधिक डकार गए फर्जी गुरुजी, अब वसूली की तैयारी
चार करोड़ रुपये से अधिक डकार गए फर्जी गुरुजी, अब वसूली की तैयारी

गोरखपुर, जेएनएन: सिद्धार्थनगर में कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापक पद की नौकरी हथिया कर वेतन लेने वालों से रिकवरी की तैयारी शुरू हो गई है। 47 फर्जी शिक्षकों ने 4 करोड़ 25 लाख 54 हजार 7 सौ 48 रुपये वेतन लिया है। प्रभारी बेसिक शिक्षा अधिकारी केएस वर्मा ने विभागीय सचिव को 137 शिक्षकों की सूची प्रेषित किया है जो कूटरचित प्रमाणपत्रों के आधार पर गुरुजी बनने में सफल हो गए थे। जानकारी होने पर सभी को बर्खास्त कर दिया गया है। इसमें से 47 शिक्षक ऐसे हैं जिन्होंने विभाग से वेतन भी प्राप्त कर लिया है। वित्त एवं लेखाधिकारी अजय शाही ने बीएसए को पत्र भेजकर रिकवरी की कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। शोहरतगढ़ विकास क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय टेकनार में कार्यरत रहे चंद्रप्रकाश के ऊपर सबसे अधिक 37 लाख की देयता है। भनवापुर में कार्यरत रहे रितेश कुमार ¨सह, जीवन कुमार व अश्वनी श्रीवास्तव ने 22 लाख से अधिक का वेतन प्राप्त किया है। कब हुई थी तैनाती फर्जीवाड़ा में सर्वाधिक तैनाती वर्ष 2010-11 में हुई है। इस वर्ष में लगभग 80 लोग जिले के विभिन्न विद्यालयों में तैनात हो गए। फर्जीवाड़ा में शामिल शेष शिक्षक वर्ष 2016 से लेकर 2018 तक तैनात हुए हैं। इनमें सिर्फ 47 शिक्षकों को वेतन का भुगतान किया गया है। अन्य को विभाग ने कोई भुगतान नहीं किया है। यह बिना वेतन के कार्य कर रहे थे। .... बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर नौकरी हासिल करने की शिकायतें लगातार मिलती रही हैं। समय-समय पर हुई जांच में फर्जी पाए जाने पर शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है। ऐसे शिक्षकों से वेतन की रिकवरी की कार्रवाई जनपद में पहली बार हो रही है। शासन को सूची भेजी दी गई है। केएस वर्मा, प्रभारी बीएसए

chat bot
आपका साथी