मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में 24 से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित, माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित Gorakhpur News
एमएमएमयूटी में 24 से ज्यादा शिक्षक अधिकारी और कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो गए हैं।कोरोना के बढ़ते संक्रमण से चिंतित कुलपति ने सभी संकायाध्यक्षों और विभागाध्यक्षों के साथ आनलाइन बैठक की और सर्वसम्मति से दो दिन का अवकाश घोषित करने सहित कुछ जरूरी निर्णय लिए।
गोरखपुर, जेएनएन। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के परिसर को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। इसकी वजह परिसर में 24 से ज्यादा शिक्षकों, अधिकारियों और कर्मचारियों का कोरोना पाजिटिव होना है। इसे देखते हुए कुलपति प्रो. जेपी पांडेय नेे 22 व 23 अप्रैल को विश्वविद्यालय बंद रखने का निर्णय किया है। पूरे परिसर को सैनिटाइज कराया जाएगा।
दो दिन का अवकाश घोषित
कोरोना के बढ़ते संक्रमण से चिंतित कुलपति ने सभी संकायाध्यक्षों और विभागाध्यक्षों के साथ आनलाइन बैठक की और सर्वसम्मति से दो दिन का अवकाश घोषित करने सहित कुछ जरूरी निर्णय लिए। बैठक में तय हुआ कि तय किया गया कि विश्वविद्यालय स्वास्थ्य केंद्र में कम से कम दो बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर और दो पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर, संबंधित उपकरण सहित पर्याप्त आवश्यक दवाएं रखी जाएंगी। इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही के लिए विश्वविद्यालय के चिकित्साधिकारी डा. एके पांडेय की जिम्मेदारी तय की गई।
इसके अलावा कोविड-19 के प्रसार को रोकने में सहायक होमियोपैथी दवाओं की व्यवस्था के लिए होमियोपैथी चिकित्साधिकारी डा. विजय शंकर सिंह को अधिकृत किया गया। विश्वविद्यालय परिसर में रह रहे संक्रमित व्यक्तियों का विवरण रखने और होम आइसोलेशन में रह रहे व्यक्तियों के स्वास्थ्य की प्रतिदिन निगरानी करने के लिए भी चिकित्साधिकारी नामित किए गए। निर्णय के कार्यान्वयन की समीक्षा के लिए 25 अप्रैल को अगली आनलाइन बैठक करने का निर्णय भी लिया गया।
विद्यार्थियों को लगवाया जाएगा टीका
एक मई से शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान में परिसरवासियों विशेषकर छात्र-छात्राओं में शत प्रतिशत टीकाकरण कराने के लिए बैठक में सहमति बनी। तय हुआ कि शासन की गाइड लाइन के मुताबिक टीकाकरण की प्रक्रिया सम्पन्न की जाएगी।
बिना पूर्व अनुमति स्टेशन नहीं छोडऩे के निर्देश
22 और 23 अप्रैल को भले ही विश्वविद्यालय बंद रहेगा लेकिन सभी आवश्यक अकादमिक कार्य आनलाइन जारी रहेंगे। कक्षाएं भी आनलाइन चलती रहेंगी। प्रशासनिक कार्य भी यथासंभव आनलाइन माध्यम से सम्पन्न होते रहेंगे। कोई भी शिक्षक, अधिकारी या कर्मचारी बिना पूर्व अनुमति के परिसर नहीं छोड़ सकेगा।